ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा से नोएडा एयरपोर्ट तक जाना और आसान हो जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे के पैरलल गौतमबुद्ध विवि से यमुना प्राधिकरण एरिया तक की चार लेन सड़क को जल्द ही और दुरुस्त किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के परियोजना विभाग ने इस काम के लिए टेंडर निकाल दिए हैं। करीब 14 करोड़ रुपये खर्च होंगे। करीब तीन किलोमीटर लंबी इस रोड की री-सर्फेसिंग का काम करीब छह माह में पूरा होगा। वहीं, 29 अन्य कार्यों के लिए भी प्रोजेक्ट विभाग ने करीब 39 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बीते दिनों इस रोड का निरीक्षण किया था। इसे दुरुस्त कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद परियोजना विभाग ने सीआरआरआई (सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट) से अध्ययन कराया। उसकी रिपोर्ट के आधार पर एस्टीमेट तैयार कर आईआईटी से परीक्षण कराया और इसकी री-सर्फेसिंग के लिए सोमवार को ही टेंडर जारी कर दिए। इसकी निविदा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर है। 24 दिसंबर को प्री-क्वालीफिकेशन बिड खुलेगी। इसके बाद प्राइस बिड खुलेगी, जिसमें चयनित कंपनी इसकी री-सर्फेसिंग का काम पूरा करेगी। अनुबंध करने के बाद काम शुरू होने से लेकर पूरा होने तक करीब छह माह का समय लगने का आकलन है। इस रोड के बन जाने से ग्रेटर नोएडा से नोएडा एयरपोर्ट तक जाना और आसान हो जाएग, क्योंकि ग्रेटर नोएडा से जीबीयू तक जाने का रास्ता पहले से दुरुस्त है और अब जीबीयू से यीडा सिटी एरिया तक की रोड भी दुरुस्त हो जाएगी। यीडा सिटी से यमुना एक्सप्रेसवे के पैरलल एयरपोर्ट तक की कनेक्टिविटी भी बनी हुई है। हालांकि अनुबंध के बाद भी इस रोड पर काम तब शुरू होगा, जब प्रदूषण के चलते एनसीआर में निर्माण कार्यों पर एनजीटी/सुप्रीम कोर्ट से लगी रोक हट जाएगी।
सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर प्राधिकरण का परियोजना विभाग इस रोड के साथ ही कई अन्य मार्गों को भी दुरुस्त कराने जा रहा है। मसलन, दादरी से नोएडा एंट्री प्वाइंट तक डीएससी रोड की मरम्मत, सेक्टर चाई-फाई में 45 व 60 मीटर चौड़ी रोड की री-सर्फेसिंग, सेक्टर टेकजोन फोर की 24, 30, 45 व 60 मीटर चौड़ी रोड की मरम्मत आदि सड़कें दुुरुस्त की जाएंगी। इन सड़कों के टेंडर के लिए सोमवार से आवेदन शुरू हो गए हैं। 22 दिसंबर तक आवेदन और 24 दिसंबर को प्री क्वालीफिकेशन बिड खुलेगी होगी। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से सिरसा रोटरी की तरफ 80 मीटर चौड़ी सड़क के साथ हरित पट्टी का विकास व सौंदर्यीकरण का कार्य भी होना है। 2.40 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके लिए भी सोमवार से ही आवेदन शुरू हो गए हैं। इसके अलावा ईकोटेक वन एक्सटेंशन वन का तीन साल का अनुरक्षण, सैनी में छह व 10 फीसदी आबादी भूखंडों से जुड़े विकास कार्य, सेक्टर म्यू टू की 60 मीटर चौड़ी पेरिफेरल रोड का अनुरक्षण, सेक्टर चाई फाइव में पेरिफेरल रोड की री-सर्फेसिंग, सेक्टर ईटा वन एवं स्टाफ क्वार्टर का अनुरक्षण आदि कार्य होने हैं। जलपुरा गौशाला में मृत पशुओं के शवदाह के लिए संयत्र लगाने, पाली गांव के बरातघर की मरम्मत, घोड़ी-बछेड़ा के श्मशान घाट में कमरा, बरामदा, शेड चबूतरा आदि निर्माण कार्य भी इसी टेंडर में शामिल हैं।