डॉक्टर एच चतुर्वेदी
निदेशक
बिमटेक, ग्रेटर नोएडा
मस्ती की पाठशाला ( बिमतेक विद्या केंद्र),मेट्रो स्टेशन, परी चौक पर तुगलपुर और आसपास की बस्तियों के बच्चे सीख रहे हैं जिंदगी में आगे बढ़ने का पाठ।
डॉक्टर ऋषि तिवारी की पहलकदमी से बच्चों और उन की माताओं का भविष्य संवर रहा है।
बिमटेक, ग्रेटर नोएडा ने एक रिस्पॉन्सिबल बिजनेस स्कूल के रूप में अपनी यात्रा वर्ष 2008 में शुरू की थी जबकि UNO Global Compact द्वारा शुरू किए गए PRME Charter के ऊपर उसने अपने हस्ताक्षर दर्ज किए थे। पिछले 10-12 सालों में हमारे संस्थान ने सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जिसका दायरा लगातार बढ़ता गया। वर्ष 2010 में रंगनाथन सोसायटी का गठन किया गया जिस ने लाइब्रेरी आंदोलन को शुरू किया। अब तक उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 11 जिला स्तरीय जेलों में पुस्तकालय स्थापित किए जा चुके हैं जिस की बहुत सराहना अनेक स्तरों पर मिल चुकी है।
एक दूसरे NGO, BIMTECH FOUNDATION के द्वारा गांवों और शहरों के गरीब व दलित बच्चों और महिलाओं को पढ़ाने और लिखना सिखाने के दो प्रकल्प पिछले पांच सालों से चल रहे हैं।
BIMTECH VIDYA KENDRA,PARI CHOWK के नाम से एक अनौपचारिक स्कूल वर्ष 2019 में शुरू किया गया जो आसपास कि बस्ती के मजदूर वर्ग के परिवारों में बहुत लोकप्रिय हुआ है।
पिछले रविवार को मुझे BVK में जाने का मौका एक बार फिर मिला। उस दिन सभी नन्हे मुन्ने विद्यार्थियों को सर्दियों की ड्रेस का वितरण किया जाना था। ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ पत्रकार श्री सुनील पांडे ने इस पुनीत कार्य को सम्पन्न किया। इस अवसर पर बिमटेक फाउंडेशन के मुख्य सचिव डॉक्टर ऋषि तिवारी भी उपस्थित थे।
संस्थान के सभी सामाजिक कार्यों को शुरू करने और आगे बढ़ाने में हमारे पूर्व लाइब्रेरियन डॉक्टर ऋषि तिवारी का बहुत शानदार योगदान रहा है। पिछला एक दशक उन्होंने इन दो संस्थाओं को स्थापित करने और उन्हें ज़मीनी स्तर पर खड़ा करने में लगा दिया। डॉक्टर तिवारी ना होते तो ये सब काम इतना बड़ा रूप नहीं ले पाते।