खुले में सीवर डालने से रोका, तो प्राधिकरणकर्मी पर वाहन चढ़ाने की कोशिश

ग्रेटर नोएडा। गांवों के सेप्टिक टैंक से सीवर को टैंकर में भरकर खुले में डालने से प्राधिकरणकर्मी ने रोका तो उस पर वाहन चढ़ाने की कोशिश की गई। प्राधिकरण की तरफ से वाहन स्वामी व चालक के खिलाफ बिसरख थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है।

ग्रेटर नोएडा के जो गांव सीवर लाइन से नहीं जुड़े हैं उनके लिए प्राधिकरण ने जगह-जगह डी-स्लजिंग प्वाइंट बना दिए हैं। वे मुख्य सीवर लाइनों से जुड़े हुए हैं। सेप्टिक टैंक से टैंकर में सीवर भरकर इन डी स्लजिंग प्वाइंट में डाल देने से एसटीपी तक पहुंच जाता है और शोधित हो जाता है। इस काम के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने टैंकर वालों से अनुबंध कर रखा है, फिर भी तमाम निजी टैंकर वाले भी इस काम में लगे हुए हैं। वे घरों से सीवेज निकालकर डी-स्लजिंग प्वाइंट में डालने के बजाय इधर-उधर फेंकने की कोशिश करते हैं। बिसरख के पास शुक्रवार को ऐसा ही वाकया सामने आया। टैंकर लगे ट्रैक्टर ( संख्या यूपी-16 ए, क्यू 962) में सीवर भरकर खुले में फेंक जा रहा था। प्राधिकरणकर्मी ने जब उसे खुले में सीवर डालने से रोका तो झगड़ा करने लगा और उस पर वाहन चढ़ाने की कोशिश की। प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक की तरफ से वाहन स्वामी और उसके चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए बिसरख कोतवाली में तहरीर दे दी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने कहा है कि गांवों के सीवर को डी-स्लजिंग प्वाइंट में ही डालें। अगर कोई खुले में सीवर डालता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।

Share