ग्रेटर नोएडा। कूड़े का उचित प्रबंधन करने के बजाय इधर-उधर फेंकने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने दो इकाइयों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह रकम प्राधिकरण के खाते में शीघ्र जमा करने के निर्देश दिए गए हैं, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कार्रवाई करने और जागरुकता फैलाने का अभियान लगातार चलाया जा रहा है। मंगलवार को जन स्वास्थ्य विभाग की टीम सेक्टर सिग्मा 2 से 130 मीटर रोड की तरफ मुआयना करने गई थी। इस दौरान सेक्टर 31 स्थित वरुण ओवरसीज कंपनी परिसर में कूड़े का ढेर लगा मिला। कंपनी की तरफ से इस कूड़े का निस्तारण नहीं किया जा रहा। टीम ने कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। वही ईकोटेक एक्सटेंशन वन स्थित संजीवनी चाय कि कंपनी के परिसर में भी कूड़े का ढेर मिला। चाय के खाली रैपर इधर-उधर फेंके गए हुए थे। जन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संजीवनी चाय की कंपनी पर भी एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक जन स्वास्थ्य सलिल यादव ने दोनों कंपनियों से जुर्माने की रकम शीघ्र जमा करने को कहा है। अन्यथा आरसी जारी कर रिकवरी करने की चेतावनी दी है। बता दें कि ग्रेटर नोएडा में सभी बल्क वेस्ट जनरेटरों को कूड़े का खुद से निस्तारण करना अनिवार्य है। प्राधिकरण सिर्फ इनर्ट वेस्ट ही उठाएगा, उसके लिए निर्धारित शुल्क भी वसूल करेगा।