आईटीएस डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में व्यक्तित्व के विकास हेतु सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों हेतु दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान के सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं पी0जी0 के छात्रों ने भाग लिया।
कार्यशाल की मुख्य वक्ता अमिटी विश्वविद्यालय के बिजनेस कम्युनिकेशन विभाग की शिक्षिका डाॅ0 निति शर्मा ने व्यक्तित्व के विकास एवं कार्यलय में अपनी कार्यक्षमता के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण जानकारियों का साझा करते हुए कहा कि किसी भी संस्थान के कर्मचारियों की कार्यक्षमता के विकास हेतु संस्थान के माहौल का सौहार्दपूर्ण होना तथा एक दूसरे पर विश्वास तथा सम्मान करना जरूरी है।
डाॅ0 शर्मा ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए बताया कि जहां तक सम्भव हो आॅफिस का काम समय से आॅफिस में ही करना चाहिए। तनाव से बचने के लिए दिन के शुरूआत में कार्य शुरू करने से पहले अपने कार्य की प्लानिंग कर लेनी चाहिए। जहां पर कार्य के सुचारू रूप से करने में कठिनाई आये वहां पर अपने से अनुभवी लोगों से राय जरूर ले लेनी चाहिए इससे तनाव भी काफी कम होता है तथा काम समय से निपट भी जाता है।
इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनंद अरोरा ने कहा कि कार्यस्थल पर बेहतर माहौल के क्रियान्वयन हेतु किसी भी प्रकार का ईगो नही रखना चाहिए। किसी कार्य को बेहतर ढंग से करने हेतु अगर आपको जूनियर के पास कोई बेहतर आइडिया हो तो उसे नजरअंदाज नही करना है। डाॅ0 अरोरा ने आगे कहा कि कार्यस्थल पर मोबाइल तथा सोशल मीडिया का उपयोग कार्यक्षता बढाने हेतु करना चाहिए।
आई0टी0एस – द एजूकेशन ग्रुप के वाइस चेयनमैन सोहिल चड्ढा ने वर्कशाॅप पर खुशी जताते हुए कहा कि संस्थान का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि शिक्षक और कर्मचारियों की कार्यक्षमता तथा व्यक्तित्स विकास हेतु इस तरह से कार्यक्रम का नियमित रूप से आयोजन किया जाता रहा है।
उन्होने शिक्षकों एवं कर्मचारियों को उत्साहित करते हुए कहा कि नई-नई चीजों को सीखने के लिए जरूरत के हिसाब से इस तरह के वर्कशाॅप में सभी को नियमित रूप से भाग लेना चाहिए तथा जरूरत के हिसाब से अपनी पढाई को आगे बढाते रहना चाहिए।