कंस्ट्रक्शन पर प्रतिबन्ध से अधूरी साइटों पर दोनों तरफ से फंसे आवंटी, एक तरफ फाइन दूसरी ओर पेनल्टी

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बीच फँसे सेक्टर 2/3 के आवॅंटी  जहां एक और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की वजह से भूखण्डो पर निर्माण कार्य नही करवा पा रहे है। वहीं दूसरी ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भूखण्डो पर निर्माण कार्य की अन्तिम तिथि को बढ़ाने मे भी आलस्य दिखा रहा है। सेक्टर 2 और 3 के सेकड़ो भूखण्डो पर निर्माण की अन्तिम तिथि दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 के बीच है, पर पिछले एक महीने से निर्माण कार्य बंद के आदेश के कारण सेक्टर 2/3 के आवॅंटी निर्माण कार्य करने मे असमर्थ है।
एक ओर प्राधिकरण समय पर निर्माण कार्य न करवाने पर सत्तर हज़ार से एक लाख तक पेनाल्टी लगा रहा है। दूसरी और अगर निर्माण कार्य किया तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दस से पच्चीस हज़ार तक का फाइन लगा रहा है। काफ़ी भूखंड आवंटियों का निर्माण कार्य का सामान बेन की वजह से साइट पर ज्यो का त्यो ही पड़ा हुआ है और रात को असामाजिक तत्व सामान चोरी करके ले जा रहे है।
निर्माण कार्य बंद होने की वजह से ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों दिहाड़ी मजदूर भी भुखमरी की कगार पर आ खड़े हुए है और कोई भी उनकी देखरेख नही कर रहा है। काफ़ी भूखंड आवंटियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में निर्माण की अंतिम तिधि को बढ़ाने का निवेदन किया है पर कोई भी सुनवाई नही हो रही है और इन सब के बीच भूखंड आवॅंटी बुरी तरह फँसे हुए है। एक और पेनाल्टी और दूसरी और फाइन।
सेक्टर 2 के एफ ब्लॉक के आवॅंटी अभय ने बातचीत के दौरान अपना दुख बताया कि पिछले 3 हफ़्तो से 3-4 लाख का निर्माण सामग्री साइट पर पड़ी है और 2-3 बार सामान चोरी हो चुका है और अब चौकीदारों के लिए भी अलग से पैसे देकर अपने सामान की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी आ पड़ी है
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