सीता स्वयंवर में श्री राम ने 50 फ़ीट के धनुष को 55 फ़ीट की ऊंचाई पर किया खण्डित

ग्रेटर नोएडा की श्री रामलीला कमेटी द्वारा विजय महोत्सव 2019 का आयोजन साइट 4 के सेंट्रल पार्क में कराया जा रहा है। आज के कार्यक्रम के अतिथि रोटरी क्लब डिस्ट्रिक्ट 3012 के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर दीपक गुप्ता , गवर्नर इलेक्ट, आलोक गुप्ता, गवर्नर नॉमनी अशोक अग्रवाल व व्यापार मन्डल के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकुंद मिश्रा द्वारा दीप प्रज्जलित कर लीला का शुभारंभ किया गया।

आज कलाकारों द्वारा धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर, लक्ष्मण,परशुराम संवाद, जनकपुरी में बारात का स्वागत, श्री राम-लक्ष्मण भरत, शत्रुधन का विवाह व विदाई समारोह व इससे आगे आज की लीला राज्यभिषेक की घोषणा, मंथरा-कैकेयी संवाद , श्रवण वध , दशरथ मरण , राम वनवास , गुहूराज से मिलन, राम केवट संवाद की लीलाओं का आज मन्चन किया गया।

सीता स्वयंवर में सभी देश देशान्तर के राजा मिथिला में स्वयंवर में शामिल होते है और सभी राजा धनुष पर अपना बल आजमाते हैं। इस स्वंम्बर मे लंका नरेश रावण भी धनुष को उठाने के लिए चलते है, तभी वाणासुर उसे समझाते हैं कि उसे अहंकार वाली बातें नहीं करनी चाहिये परन्तु रावण धनुष पर जोर लगाता हैं और तभी आकाशवाणी होती हैं कि रावण तेरी बहन को मधु दैत्य उठाकर ले गया, तब रावण वापस चला जाता हैं। जब किसी से धनुष नहीं टूटता हैं तो जनक क्रोधित होकर कुछ कड़वे वचन कह देते हैं जिसपर लक्ष्मण क्रोधित हो उठते हैं।

इसके पश्चात श्री राम विश्वामित्र की आज्ञा से जैसे ही धनुष को उठातेहैं व 55 फ़ीट का धनुष 50 फिट की हाईट पर जैसे ही खंडित किया गया, इसे देखकर दर्शको से भरा पूरा प्रांगण में जय श्री राम, जय श्री राम नारों से गूँज उठा। इसके पस्चात राम सीता का विवाह होता हैं। धनुष के टूटने की आवाज सुनकर परशुराम क्रोधित होकर जनकपुर पहुंचते हैं और लक्ष्मण परशुराम के संवाद ने लोगों को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। दर्शको ने यह सब काफी सराहा।

श्री राम भगवान परशुराम को शांत कराते हैं। फिर चारों भाइयों का विवाह होता हैं। जनक और सुनयना चारों राजकुमारियों को विदा करते हैं और अयोध्या में चारों राजकुमारियों का स्वागत होता है।

इसके पश्चात  राजा दशरथ श्री राम को राजा बनाने की घोषणा करते हैं तो अयोध्या वासी गाना गाते है, अयोध्या को सजाते हैं। तब देवता इससे चिंतित होकर देवी सरस्वती के पास जाते हैं और उनसे कहते हैं कि कुछ ऐसा उपाय करो जिससे राम राजा ना बने और मंथरा कैकयी को भड़काती हैं। तब कैकेयी राजा दशरथ से दो वरदान मांगती हैं एक में भरत को राजगद्दी और दूसरे में राम को चौदह वर्ष का वनवास। यह सुनकर राजा दशरथ परलोक सिधार जाते हैं।

आज के कार्यक्रम में रोटरी डिस्ट्रिक्ट से विनोद गोयल, सुरेन्द्र शर्मा, प्रशांत राज शर्मा, सचिन वत्स, विवेक अग्रवाल, सलिल बंसल, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह, महासचिव बिजेंद्र सिंह आर्य, मनोज गर्ग, सौरभ बंसल, विनोद कसाना, धर्मपाल भाटी , ओम प्रकाश अग्रवाल , मुकेश शर्मा, के के शर्मा , कुलदीप शर्मा, मुकुल गोयल समेत अन्य लोग मौजूद रहे ।

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