प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन और पेट्रोटेक-2019 का किया उद्घाटन।
गौतमबुद्धनगर 11 फरवरी, 2019
भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ग्रेटर नोएडा में भारत के प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन और पेट्रोटेक-2019 के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए तथा उनके द्वारा ग्रेनो के इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर में 13वें पेट्रोटेक-2019 का औपचारिक उद्घाटन किया गया। इस अवसर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार नरेन्द्र मोदी का कार्यक्रम में पहुॅचने पर स्वागत किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, सास्कृति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डाॅ महेश शर्मा, विदेश से पधारे अनेक मंत्रीगण एवं अन्य प्रतिष्ठित प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री और सीईओ, एडीएनओसी डाॅ सुल्तान अल अहमद जाबेर को लाईफ टाईम अचीवमेंट इंटरनेशनल अवार्ड प्रदान किया गया।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि एनर्जी जस्टिस हमारा एक प्रमुख उद्देश्य है और यह भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस ओर हमने कई नीतियों को विकसित और कार्यान्वित किया है। हमारे सभी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंच गई है। पीएम ने कहा कि उज्जवला योजना के तहत केवल तीन वर्षों में 64 मिलियन से अधिक हाउस-होल्ड्स को एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं। ब्लू फ्लेम रिवॉल्यूशन पर काम चल रहा है। पांच साल पहले 55 प्रतिशत से एलपीजी कवरेज 90 प्रतिशत से अधिक हो गया है। पीएम मोदी ने अंत में कहा कि बहुत लंबे समय तक, दुनिया ने कच्चे तेल की कीमतों को एक रोलर-कोस्टर पर देखा है। हमें जिम्मेदार मूल्य निर्धारण की ओर बढ़ने की जरूरत है, जो उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों को संतुलित करता है। हमें तेल और गैस दोनों के लिए पारदर्शी और लचीले बाजारों की ओर बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बार यहां मेक इन इंडिया व अक्षय ऊर्जा के थीम पर विशेष पवेलियन तैयार किया गया है। यहां करीब 13 देशों ने अपने पंडाल बनाए हैं। इसमें करीब 750 प्रदर्शक शामिल होंगे। प्रदर्शनी के दौरान होने वाले सेमिनार में विभिन्न देशों के करीब 86 स्पीकर शामिल होंगे।
कार्यक्रम में केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान कहा कि भारत के लिए प्रधानमंत्री के विजन में ऊर्जा का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। देश में ऊर्जा क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुए हैं। उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिकल्पित चार स्तंभों- ऊर्जा पहुंच, ऊर्जा दक्षता, ऊर्जा निरंतरता और ऊर्जा सुरक्षा को हमारे मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में अपनाकर निर्धन से निर्धनतम लोगों तक ऊर्जा न्याय पहुंचाने के हमारे कार्य को गति दी है। श्री प्रधान ने कहा कि विश्व ऊर्जा आपूर्ति और खपत के स्रोतों में महत्वपूर्ण बदलाव का साक्षी बन रहा है। ओईसीडी देशों से लेकर विकासशील एशिया तक ऊर्जा की खपत में बड़ा बदलाव आया है। इलेक्ट्रिक वाहनों से भी खपत की परिपाटी बदलेगी। शेल क्रांति के बाद से अमरीका दुनिया का सबसे बड़ा तेल और गैस उत्पादक बन गया है और वह पारंपरिक तेल गतिशीलता को चुनौती दे रहा है। किफायती सौर पीवी आपूर्ति मिश्रण में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हुए कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने में मदद कर रहा है।
श्री प्रधान ने कहा कि विशाल, विश्वसनीय ऊर्जा खपत वाले देश के रूप में भारत की आवाज को आज सम्मान के साथ सुना जाता है। हम तेल आपूर्तिकर्ताओं को भारत, और साथ ही खपत करने वाले समस्त देशों के बारे में जिम्मेदार और उचित मूल्य निर्धारण किए जाने के लिए के लिए समझाने में समर्थ रहे हैं। हम नए निवेशकों को आकर्षित करने और नई तकनीकों की शुरूआत करने के लिए अपनी तेल और गैस क्षेत्र की नीतियों तथा दिशानिर्देशों को सरल बनाने और उनमें सुधार लाने में सक्षम रहे हैं। उज्ज्वला और सीजीडी के विस्तार जैसी योजनाएं खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन तक लाखों साधारण लोगों की पहुंच उपलब्ध कराते हुए बड़े पैमाने पर परिवर्तनकारी साबित हुई हैं। ऐसे कदमों से न केवल माननीय प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित ऊर्जा न्याय का मार्ग प्रशस्त हो रहा है, बल्कि व्यापार के अवसरों और जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ स्थानीय प्रदूषण चिंताओं का भी समाधान हो रहा है।
इस महत्वूपर्ण कार्यक्रम में विधायक नोएडा पंकज सिंह, विधायक जेवर धीरेन्द्र सिंह, विधायक दादरी तेजपाल नागर, आयुक्त मेरठ मण्डल मेरठ अनीता सी मेश्राम, ए0डी0जी0 मेरठ प्रशांत कुमार, आई0जी0 मेरठ रामकुमार, जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्णा तथा अन्य वरिष्ठतम अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।