नॉलेज पार्क 3 स्थित आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग मे इलेक्ट्रॉनिक और संचार एवं कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग द्वारा दो दिवसीय नेशनल एकेडमिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा, विशिष्ट अतिथि राम गोपाल सैनी, डॉ के के सैनी, डॉ अनिल भारद्वाज , डॉ एम ए अन्सारी ने अपने विचार रखे। नेशनल एकेडमिक सम्मेलन में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि राज्यो के 105 शोधकर्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये। इस सम्मेलन की विशेषता यह रही की इसमें कुछ शोधकर्ताओं ने स्काईप के माध्यम से शोध पत्र प्रस्तुत किये ।
इस दौरान गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा ने कहा कि हमें कुछ अलग तरीके से सोचने की जरूरत है और जो अलग तरीके से सोचते हैं वही इतिहास रचते हैं। देश विदेश में हो रहे अविष्कार के बारे में हमे जागरूक रहना होगा तभी हम नये अविष्कार करने के बारे में सोच सकते है और उस पर अमल कर सकते हैं। कोई भी नया प्रॉडक्ट, कोई नई सर्विस या कोई नया प्रोसेस या चीज़ों को करने का एक नया और बेहतर तरीक़ा ही अविष्कार है।
मेगा मेट्रो इंजीनियरिंग के निदेशक विशिष्ट अतिथि राम गोपाल सैनी ने कहा कि आपके पास एक प्लान होना चाहिए, आप क्या पाना चाहते हैं, आप कहाँ जाना चाहते हैं, वहां तक आप कैसे पहुचेंगे, आपको कौन सा रास्ता पकड़ना पड़ेगा, आपको कितना समय लगेगा और आपको उसके लिए कितनी मेहनत करनी पड़ेगी, इन सबके बारे में आप को पहले से तैयारी कर लेनी चाहिये।
आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा कि अविष्कार का सही उपयोग हो जिससे मानव जीवन में सकारात्मक बदलाव हो सके ,साथ ही उन्होने शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले शोधकर्ताओं को बधाई दी।
आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक डॉ के के सैनी ने कहा कि इंजीनियरिंग का क्षेत्र बहुत व्यापक है जिसमे करने और सीखने के लिये बहुत कुछ है। इस क्षेत्र में छात्र-छात्राओं के लिये असीम सम्मभावनाये हैं । उन्होने सभी वक्ताओ का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद किया।