ग्रेटर नोएडा के बिसरख गॉव में रावण की जाती है पूजा , नही होता है पुतला दहन

ग्रेटर नॉएडा वेस्ट स्थित बिसरख गांव में हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी रावण का पुतला नहीं जलाया जायेगा। बिसरख गांव के निवासी रावण को पूजते हैं, जिस कारण यहां के लोग रावण दहन का विरोध करते हैं। यहाँ के लोगों का मानना है कि रावण का इतिहास गाँव से जुड़ा हुआ है। जिसकी वजह से ग्रामीण रावण के प्रति सम्मान के साथ अपने मन विशेष स्थान रखते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि बिसरख गाँव में स्थित प्राचीन शिव मंदिर में रावण के पिता ऋषि विश्वा ने भगवान शिव को खुश करने के लिए उनकी आराधना थी। जिसके बाद ही उन्हें रावण के रूप में पुत्र प्राप्ति हुई थी। लोगों का मानना है कि भले ही रावण राक्षस प्रवर्ती का था लेकिन इसी के साथ ही वो बहुत बड़ा ज्ञानी और विद्वान् था। रावण के तेज़ और बुद्धि की लोग आज भी चर्चा करते हैं। लोग कहते हैं कि रावण ने सीता का हरण जरूर किया था लेकिन अपनी मर्यादा को ध्यान में रखते हुए उसने सीता को छुआ भी नहीं था। यही कारण है कि लोग यहाँ रावण दहन करने से परहेज करते हैं।