देश में जिस तेजी से प्रदूषण और बीमारिया बढ रही है उससे फार्मेसी के क्षेत्र में विस्तांर एवं रिसर्च की संभावनाये अवश्ये रुप से बढी हैं। प्रदूषण और बीमारियों को हमें चुनौतियों के रुप में लेना चाहिये और इससे पनप रहे रोगों के इलाज के लिये कारगर दवाओं की खोज पर बल देना चाहिये ये बाते आईआईएमटी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी ,ग्रेटर नोएडा में एम एस एम ई के के सहायक निदेशक अजीत सिंह ने स्टार्टअप एंड इनोवेशन इन फर्मा सेक्टआर विषय पर आयोजित सेमिनार मे कही। इस अवसर पर इन्हो ने एम एस एम ई एवं सरकार द्वारा संचालित विभिन्नम योजनाओं पर विस्तांर से प्रकाश डाला ।
इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने पोस्टर प्रेजेंटेशन के माध्यवम से लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक किया गया। इसमें दिल्ली-एनसीआर के विभिन्नर कॉलेजों इनोवेटिव, रामीश,एच आइ एम टी, लायड,एन आई ई टी, आई ई सी आदि ने भाग लिया । पोस्टर प्रेजेंटेशन में प्रथम स्थासन पर आई ई सी कॉलेज के नन्दभ किशोर रहे। दूसरे स्थाेन पर आईआईएमटी कॉलेज की अर्चना की टीम रही ।
विशिष्टभ अतिथि रामीश कॉलेज के वकेशनल एवं टेक्नीआकल एजूकेशन के प्रचार्य जैनेन्द्रग जैन ने कहा कि अगर आप की सोच सकारात्मआक है तो फार्मेसी, पारा-चिकित्सा आदि का क्षेत्र बहुत बडा है और इसमे असीम संभावनाये है। फार्मेसी के क्षेत्र मे करने के लिये बहुत कुछ है ।
आईसीआईसीआई बैंक के जोनल हेड अनिरुद्व ने कहा कि रोज नये नये अविष्कार हो रहे हैं। अगर आपके पास नयी सोच है तो आपकी राह में कोई भी बाधा नहीं आएगी। साथ ही उन्होीने कहा कि निवेश जरुरी है ।
आई आई एम टी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ मलिकार्जुन बी पी ने इस अवसर पैर कहा की हमें सभी रोगों की सस्ती दवाईयों को बनाने पर विशेष जोर देना चाहिए । उन्होडने एम एस एम ई द्वारा छात्र छात्राओं को स्टार्टअप के लिये किये जा रहे सहयोग एवं योगदान की सराहना की।