टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (16 नवंबर 2023): यमुना प्राधिकरण से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यमुना प्राधिकरण 14 साल बाद 1700 आवंटियों को भूखंड पर कब्जा देने जा रहा है। यमुना प्राधिकरण की 28 नवंबर को होने वाली बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखा जाएगा। और आवंटियों को जल्द ही कब्जा दिया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण ने साल 2009 में 21 हजार आवासीय भूखंड की योजना निकाली थी। इसके लिए सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में भूखंड आवंटित किए गए थे। सेक्टर-18 और सेक्टर-20 में जमीन अधिग्रहण को लेकर कई मामले शुरू हो गए। लेकिन उस समय किसानों से जमीन ना मिलने की वजह से आवंटियों को आवासीय भूखण्ड पर कब्जा नहीं दिया गया था। जमीन अधिग्रहण होने पर किसानों ने विरोध किया। जमीन अधिग्रहण के खिलाफ कई किसानों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की जिसमें कारण यमुना प्राधिकरण 2013 में आवंटित कोआवासीय भूखण्डों पर कब्जा नहीं दे सका। लेकिन जो जमीन विवाद से बाहर थी इसपर यमुना प्राधिकरण ने आवंटियों को कब्जा देना शुरू किया।
यमुना प्राधिकरण ने सेक्टर-18 आवासीय के एक ब्लॉक को दूसरी जगह शिफ्टिंग कर आवंटियों को कब्जा दिया गया। ये भूखंड जहां पर नियोजित किए गए थे, वह क्षेत्र भट्टा पारसौल गांव के आसपास पड़ता है। भट्टा पारसौल गांव की प्रस्तावित भूखंडों से प्रभावित 1700 आवंटियों अभी तक कब्जा मिलने का इजहार रह रहे हैं। जिसके बाद प्राधिकरण ने फैसला लिया है कि सेक्टर-20 में अटके करीब 1700 आवासीय भूखंडों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण ने इन भूखंड को दूसरी जगह शिफ्ट करने का फैसला लिया है। आगामी 28 नवंबर को बोर्ड बैठक में इसका प्रस्ताव रखा जा सकता है। अगर बोर्ड ने प्रस्ताव मंजूर किया तो 1700 हजार आवंटियों को 14 साल के लम्बे इंतजार के बाद भूखंडों पर कब्जा मिलेगा। यमुना प्राधिकरण के आवंटियों को भूखंड पर कब्जा देने के प्रयास जारी है जल्द से जल्द भूखंड पर कब्जा दिया जाएगा।।