टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (18 अगस्त 2023): शुक्रवार को भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा आगमन हुआ। पहले केंद्रीय गृह मंत्री ग्रेटर नोएडा के सुत्याना में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पहुंचे। जहां उन्होंने 4करोड़ वें पौधे का रोपण किया जिसके बाद उन्होंने 15 नव निर्मित भवनों का ई-लोकार्पण किया। उसके बाद गृह मंत्री नोएडा के सेक्टर-1 में स्थित कृषक भारतीय को-ऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) भवन में कार्यक्रम में शामिल हुए।
इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक बन गया है। जब हमने ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ के तहत 4 करोड़ वृक्षारोपण करने का संकल्प लिया तो बहुत लोगों ने पीठ पीछे उपहास उड़ाया था और कहा कि ये 4 करोड़ वृक्षारोपण करने का संकल्प पूरा नहीं होगा। आज 4 करोड़ वृक्षारोपण का अभियान सफल होने के बाद उपहास उड़ानें वाले लोगों का मुंह बंद हो गया है। आज ग्रेटर नोएडा के सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर में 4 करोड़ वृक्षारोपण में अंतर्गत पीपल का पौधा लगाया है। मुझे खुशी है कि CAPFs के प्रयास से 4 करोड़ वृक्ष इस धरती को हरा-भरा बना रहे हैं।
आगे गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज सभी CAPFs के लिए महत्त्वपूर्ण दिन है। क्योंकि 3 तीन वर्ष पहले हमने लक्ष्य रखा था कि दिसंबर 2023 से पहले 5 करोड़ वृक्ष लगाएंगे और उनकी जिम्मेदारी संभालेंगे। तब ये काम असंभव लग रहा था लेकिन आज मुझे पूर्ण विश्वास है कि दिसंबर तक 5 करोड़ वृक्ष का रोपण हो जाएगा। साथ ही यह एक नई तरह की विरासत है जिसके लिए CAPFs को उनकी वीरगाथा के साथ-साथ पृथ्वी संरक्षण के प्रति उनकी संवेदना के लिए हमेशा याद किया जाएगा। देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ CAPFs सभी आपातकाल की स्थिति में देश की जनता के साथ खड़ी रहती है। वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के माध्यम से देश की सीमाओं पर स्थित प्रथम गाँवों में जन सेवा व जनसुविधा को पहुँचाने का काम कर रही है। और अब पर्यावरण संरक्षण के लिए भी 4 करोड़ पौधे लगाने का काम कर चुकी है। यह वृक्षारोपण अभियान महाकुंभ की तरह है। जिस तरह से महाकुंभ देश की एकता और एकात्मता के साथ संस्कृति व धरोहर को जीवित कर युवाओं को अपनी विरासत का संवाहक बनाने का आयोजन है, उसी तरह से 5 करोड़ वृक्षारोपण पर्यावरण के संरक्षण के लिए महाकुंभ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए कार्यक्रम की सराहना करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारी संस्कृति रही है। उसी संस्कृति को सुरक्षित व संवर्धित करते हुए आज मोदी जी ने क्लाइमेट चेंज और ग्रीन इनिशिएटिव के माध्यम से भारत को दुनिया का लीडर बनाया है। पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए अनेक प्रयासों के कारण ही संयुक्त राष्ट्र ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘Champions of the Earth’ सम्मान से सम्मानित किया। साथ ही पर्यावरण के प्रति सजग जीवन शैली के लिए ‘Lifestyle for the Environment (LiFE)’ के माध्यम से मोदी जी ने हमारी पारंपरिक जीवन पद्धति को विश्व के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने इसके माध्यम से सिद्ध कर दिया है कि सालों पहले गुलामी के कालखंड में जिस जीवन शैली का मजाक उड़ाया जाता था वही पारंपरिक जीवन पद्धति पृथ्वी को बचाने का साधन बन सकती है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिस तरह आज प्रदूषण बढ़ रहा है उससे ओजोन की सतह के अंदर जो छिद्र हो रहा है, उस छिद्र के बड़े होने के कारण सूर्य की सीधी किरण धरती पर आएगी जिससे असहनीय तापमान बढ़ेगा और उससे पृथ्वी पर मनुष्य जीवन असंभव हो जाएगा। इसके लिए एकमात्र उपाय है कि हम ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाए और कम से कम कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करें। जब हम एक वृक्ष को लगाते हैं तब हम आने वाली कई पीढ़ियों को ऑक्सीजन देने का काम करते हैं। इसलिए पीपल का पेड़ लगाना चाहिए और हमारे शास्त्रों में भी वृक्षों की महिमा बताई गई है। पीपल शत प्रतिशत ऑक्सीजन देने वाला वृक्ष है। इसलिए भगवान कृष्ण ने गीता में कहा था मैं वृक्षों में पीपल हूँ।।