टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (30/05/2023): हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर ग्रेटर नोएडा स्थित गलगोटिया विश्वविद्यालय में प्रेस क्लब आफ ग्रेटर नोएडा ने आज मंगलवार, 30 मई को विचार गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में अनंत विजय, एडिटर दैनिक जागरण और डॉक्टर संजय त्रिवेदी, महानिदेशक भारतीय जन संचार संस्थान उपस्थित रहे। साथ ही कार्यक्रम का संचालन ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब के चेयरमैन धर्मेंद्र चंदेल ने किया।
हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आज कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय जनसंचार संस्थान के महानिदेशक डॉ संजय द्विवेदी और दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय ने हिंदी पत्रकारिता में समसामयिक चुनौतियों के बारे में चर्चा कर अपना विचार व्यक्त किया। साथ ही इस मौके पर पत्रकारिता जगत की 19 विभूतियों को सम्मानित भी किया।
दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर अनंत विजय ने कहा मैं ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस पावन कार्यक्रम का आयोजन किया और साथ ही आनंद इस बात का भी हुआ कि उन्होंने इस अवसर पर पत्रकारिता जगत से 19 वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित किया। आज का कार्यक्रम पंडित जुगल किशोर शुक्ल की स्मृति में हो रहा है। जिन्होंने आज के दिन 30 मई 1926 को कोलकाता से ‘उदन्त मार्तण्ड’ अखबार का हिंदी में संपादन आरंभ किया था। आज के चर्चा का विषय है हिंदी पत्रकारिता की चुनौतियां और मैं पहले से ही सुनता हूं कि पत्रकारिता चौराहे पर खड़ी है और मुझे भी इस पत्रकारिता के जगत में 26 साल हो चुके हैं और आज मैं भी यह महसूस करता हूं कि आज भी पत्रकारिता चौराहे पर खड़ी है। इसको किसी ट्रैफिक पुलिस का सिग्नल नहीं मिला जो उनको हाथ दिखा सके कि आप इधर चले जाइए। तो यह बहुत अजीब विडंबना पत्रकारिता को लेकर है। आगे उन्होंने प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो साथ इंटरनेट मीडिया में आनी वाली चुनौतियों पर चर्चा की। और साथ ही कहा कि आज पत्रकारिता मिशन नहीं बल्कि प्रोफेशन बनकर रह गई है। स्वाधीनता संग्राम के पहले पत्रकारिता एक मिशन हुआ करती थी। और आज हमें भी पत्रकारिता को मिशन बनाने की जरूरत है जैसे मिशन हमारे लिए राष्ट्र निर्माण के लिए, देश को मजबूत करने का मिशन। साथ कहा कि सत्ता विरोधी होना और पत्रकार निष्पक्ष होना भी नहीं ही सच्चा पत्रकार नहीं होता है, सच्चा और जिम्मेदार पत्रकार वो है जो कि जनता के साथ हमेशा खड़ा हो उनके दुख दर्द को समझ के सरकार के सामने पेश कर उनके हक की बात करें। इसलिए पत्रकारिता को प्रोफेशनल नहीं बल्कि मिशन बनाए ताकि देश के अंतिम छोर तक के व्यक्ति को लाभ हो। भारतीय जनसंचार संस्थान के महानिदेशक डॉ संजय द्विवेदी ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता दिवस की नींव करने वाले पंडित जुगल किशोर शुक्ल की स्मृति में आज का कार्यक्रम हो रहा है। और मैं उनको शत-शत नमन करता हूं। क्योंकि वह हमारी हिंदी पत्रकारिता की पुरखे हैं। साथ ही यह देखकर भी अच्छा लगा कि आज जिन्होंने पत्रकारों कि ग्रेटर नोएडा के विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया है उनको भी सम्मानित किया। जब भी कोई शहर बसता है तो उस शहर को इसके निवासी ही नहीं बसाते हैं। उस शहर को बसाने में इंजिनियर्स, टिर्चर्स, प्रोफेसरों, पत्रकारों, डाक्टरों सब के सब मिलकर बसाते हैं। शहर को बसाने में सबसे बड़ा योगदान मीडिया का इसलिए होता है, क्योंकि मीडिया से साकारात्मकता पैदा होती है और किसी भी काम को गति देने में मिडिया का बहुत महत्व है। आगे उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को लेकर बहुत सारी चिंताएं हैं। इसको लिए हमें सबसे पहले समझना पड़ेगा कि Journalism अगर कुछ परेशानी है तो वह क्यों? क्योंकि Journalism पश्चिमी से आई विधा है। अगर हम Journalism में आने वाली नाकारात्मकता को रोकना है तो हमें हिंदी पत्रकारिता को अपनाना होगा क्योंकि हिंदी पत्रकारिता साकारात्मता लाती है। इसलिए भारतीय का भारतीयकरण करने की हिन्दी पत्रकारिता को अपनाना होगा।
हिंदी पत्रिका दिवस के अवसर पर गौतमबुद्ध नगर के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिला अधिकारी मनीष कुमार वर्मा, गलगोटिया विश्विद्यालय के चेयरमैन सुनील कुमार गलगोटिया, दादरी विधायक तेजपाल नागर के साथ ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित रहे।।