ग्रेटर नोएडा सीईओ ने रखरखाव के सभी कार्य 31 मार्च तक पूरा करने का दिया लक्ष्य

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने आगामी सितंबर माह में प्रस्तावित जी-20 समिट के मद्देनजर ग्रेटर नोएडा को सजाने-संवारने के लिए होने वाले कार्यों की बुधवार को समीक्षा की। सीईओ ने संबंधित विभागों को रखरखाव से जुड़े कार्य 31 मार्च तक पूरा करने और टेंडर से होने वाले कार्यों को 31 मार्च तक मौके पर शुरू कराने का लक्ष्य दिया है।

सीईओ की अध्यक्षता में बुधवार को हुई समीक्षा बैठक में परियोजना, उद्यान, विद्युत अभियांत्रिकी और जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण शामिल हुए। सीईओ रितु माहेश्वरी ने सभी प्रमुख मार्गों, चौराहों, प्रवेश द्वार, बाजार आदि जगहों पर होने वाले एक-एक कार्यों की वर्क सर्किलवार समीक्षा की। सीईओ ने कहा कि जिन सड़कों की री-सर्फेसिंग कराने की जरूरत है, उसे शीघ्र री-सर्फेसिंग कराएं। बाकी सड़कें पैच वर्क कराकर दुरुस्त करें। इन कार्यों के पूरा होने के बाद सड़क पर कहीं भी गड्ढा नहीं दिखना चाहिए।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रवेश द्वार से लेकर गौतमबुद्ध बालक इंटर कॉलेज तक की रोड की री-सर्फेसिंग की जाएगी। परी चौक को भीड़-भाड़ से मुक्त करने के लिए रेहड़ी-पटरी हटाने, ट्रैफिक पुलिस के साथ वाहनों की आवाजाही व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। सीईओ ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट,हिंडन ब्रिज, कुलेसरा, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे समेत सभी प्रवेश द्वारों के सौंदर्यीकरण के लिए डिजाइन शीघ्र उपलब्ध कराने को कहा है। परी चौक, चार मूर्ति गोलचक्कर, अल्फा वन समेत सभी प्रमुख गोलचक्करों को प्राधिकरण खुद से तथा सीएसआर फंड के जरिए दुरुस्त कराने को प्रयासरत है। करीब 5000 पोल पर तीन रंगों वाली स्ट्रिप लगाई जाएगी। सीईओ ने सभी फाउंटेन को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। सीईओ ने फसाड लाइटिंग, वॉल पेंटिंग, स्कल्पचर, मेट्रो पिलर पर पेंटिंग आदि कार्य तय समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। ग्रेटर नोएडा के प्रमुख जगहों पर जी-20 के लोगो लगाए जा रहे हैं। सीईओ ने उद्यान विभाग को प्रमुख मार्गों पर फ्लावर बेड विकसित करने, पार्क व ग्रीन बेल्ट को दुरस्त करने को कहा है। जनस्वास्थ्य विभाग को ग्रेटर नोएडा के कोने-कोने को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिए हैं। सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा है कि वे 31 मार्च के बाद खुद सड़कों पर घूमेंगी, कहीं भी टूट-फूट, अंधेरा या फिर गंदगी दिखी तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस बैठक में प्राधिकरण की एसीईओ मेधा रूपम व अमनदीप डुली और ओएसडी हिमांशु वर्मा व विशु राजा समेत सभी वर्क सर्किल प्रभारी भी मौजूद रहे।

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