ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर ईटा वन में स्वच्छ पानी की बर्बादी होने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग ने एसके बिल्डर्स पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। नकलूप पर कार्यरत कर्मचारी की लापरवाही के चलते स्वच्छ जल का नुकसान हुआ। प्राधिकरण ने फर्म को दोबारा ऐसी गलती होने पर और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जल विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि सेक्टर ईटा वन में 22 नवंबर को अपर जलाशय व 23 नवंबर को भूमिगत जलाशय के ओवरफ्लो होने से पानी सड़क पर बहने की सूचना मिली। जल विभाग की टीम ने मौके पर जाकर जायजा लिया। नलकूप पर तैनात कर्मचारी की लापरवाही के चलते ओवरफ्लो होने के कारण पानी बर्बाद होने की बात सामने आई, जिसके चलते प्राधिकरण के जल विभाग की तरफ से एसके बिल्डर्स नाम की फर्म पर दो दिन पानी बर्बाद करने के कारण एक-एक लाख (कुल दो लाख) रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माने की यह रकम फर्म को होने वाले भुगतान में से कटौती कर की जाएगी। साथ ही उसे चेतावनी दी गई है कि दोबारा ऐसी गल्ती हुई तो और कठोर कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने इस तरह की गल्ती की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी फर्मों को अलर्ट करने के निर्देश जल विभाग को दिए हैं। उन्होंने ग्रेटर नोएडावासियों से भी अपील की है कि पानी का एक-एक बूंद बहुत कीमती है। इसे बहुत संभाल कर खर्च करें। अगर कहीं पर पानी की बर्बादी दिखे तो उसकी सूचना तत्काल प्राधिकरण की टीम को जरूर दें। पानी की बर्बादी रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाएगी।