● *मेजर रोहित की स्मृति
एक साल तक चले संघर्ष के परिणामस्वरूप आज मेजर रोहित की स्मृति में ऐस सिटी के सामने बने राउंड अबाउट का नाम “मेजर रोहित चौक” किया गया।
आपको बता दें कि गत वर्ष 21 सितंबर को ड्यूटी के दौरान एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मेजर रोहित कुमार ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था।
मेजर रोहित के माता-पिता ग्रे. नो. वेस्ट की ऐस सिटी सोसाइटी में रहते हैं। इस घटना के कुछ दिन बाद उन्होंने इच्छा जताई कि ऐस सिटी के सामने वाले गोलचक्कर का नाम मेजर रोहित कुमार के नाम पर रखा जाए।
इसका ज्ञापन ग्रे. नो. अथॉरिटी के तत्कालीन सीईओ को दिया गया साथ ही क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों को भी उसकी प्रति सौंपी गई। सभी जनप्रतिनिधियों ने इस कार्य के लिए अपनी संस्तुति दी व इसकीं जल्द घोषणा के लिए प्रशासन को पत्र भी लिखे।
हाल ही में ग्रे. नो. अथॉरिटी ने अपनी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास कराकर ऐस सिटी गोलचक्कर का नाम मेजर रोहित चौक करने का निर्णय लिया।
ऐस सिटी गोलचक्कर का विधिवत नामकरण व मेजर रोहित की स्मृति में शिलापट के अनावरण के लिए गाँधी जी व लालबहादुर शास्त्री जी की जयंती दिवस 2 अक्टूबर (यानि आज) का दिन तय किया गया।
आज सभी जनप्रतिनिधियों व क्षेत्रवासियों की गरिमामयी उपस्थिति में मेजर रोहित की स्मृति में बने शिलापट का अनावरण उनके परिजनों द्वारा कराया गया।
इस अवसर पर मेजर रोहित की यूनिट से सैनिकों, प्राधिकरण के अधिकारियों, पुलिस प्रशासन व 400 के आसपास क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
मेजर रोहित के माता-पिता ने इस कार्य में सहयोग के लिए ग्रे. नोइडा अथॉरिटी, समस्त जनप्रतिनिधियों, क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया।