IIA ने CAQM द्वारा पारित आदेश पर उठाए सवाल, दिए कई सुझाव

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (23/09/2022): आज शुक्रवार 23 सितम्बर 2022 को आईआईए ने एनसीआर के जिलों में वायु गुणवत्ता प्रबन्धन आयोग- ( CAQM ) के निर्देशों के कारण जिले में उद्योगों की व्यवहारिक समस्याओं के समाधान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन इंडोप्लास्ट प्लॉट 10, उद्योग विहार एक्सटेंशन इकोटेक, ग्रेटर नोएडा में किया।

प्रैस काॅन्फैंस के दौरान IIA ने बताया कि एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबन्धन आयोग ( CAOM ) द्वारा विगत दो माह में अनेक निर्देष जारी किये हैं, जिसके अन्तर्गत 1 अक्टूबर 2022 से एनसीआर क्षेत्र में Air Quality Index – 300 से अधिक होने पर डीजल जेनरेटिंग सेट्स के चलाने पर प्रतिबन्ध लागू हो जाएंगे। जिसके प्रतिबंध के बाद उद्योगों की कुछ व्यवहारिक कठिनाईया आ रही है। इसलिए CAQM को निर्देष जारी करने से पहले एक बार छोटे उद्यमियों की‌ समास्या का समाधान करने पर ध्यान देना चाहिए।

आईआईए ने CAQM को उद्योगों की मुख्य समस्याओं से बारे में बताते हुए कहा कि सीएक्यूएम के निर्देषानुसार Air Quality Index – 300 से अधिक होने पर एनसीआर क्षेत्र में केवल पीएनजी आधारित जेनरेटर चलाये जा सकते हैं जबकि पीएनजी की उपलब्धता अभी कुछ ही क्षेत्रों में है।

सामान्यतः अधिकत्म सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों में 5 केवीए से लेकर 85 केवीए तक के डीजी सेट उपयोग हो रहे हैं , जिनको पीएनजी में परिवर्तित करने की कोई तकनीकी उपलब्ध नहीं है। अतः जहाँ पीएनजी उपलब्ध भी है, वहाँ के लघु उद्योगों को पीएनजी में जनरेटर सेट का बदलना सम्भव नहीं है। यह भी उल्लेखनीय है कि जनरेटर सेट स्टेन्डवाई के रूप में तभी उपयोग होते हैं जब विभागीय बिजली सप्लाई बाधित होती है जनरेटर सेट को पीएनजी में परिवर्तित करने के लिये लगने वाली Retrofitted Emission Control Device ( RECD ) आयक्ति उपकरण है, जिसकी तकनीक अभी तक केन्द्रीय प्रदूषण कन्ट्रोल बोर्ड द्वारा प्रमाणित नहीं की गयी है।

 

जनरेटर सेट को पीएनजी में परिवर्तित करने की लागत बहुत अधिक है, तथा एनसीआर में पीएनजी की कीमतें भी पारम्परिक ईंधन की तुलना में बहुत अधिक है, जिससे उद्योगों के उत्पादों की लागत अधिक होने से उन्हें प्रतिस्पर्धा में बने रहना बहुत कठिन होगा। एनसीआर के अनेक क्षेत्रों में आये दिन विद्युत कटौती होती रहती है जिसके कारण यदि जेनरटेर सेट चलाना प्रतिबन्धित हो जाएगा,‌तो उद्योगों को बन्द ही रखना पड़ेगा जिससे उन्हें बहुत हानि होगी।

साथ ही IIA ने बताया कि सीएक्यूएम की फलाईम स्क्वाड एवं उत्तर प्रदेश पाॅल्यूषन कंट्रोल बोर्ड द्वारा जारी किए नोटिसों से भी उद्योगों में कुछ परेशानियाँ आ रही है , जिसमें मुख्य समस्याओं औद्योगिक इकाईयों को बिना कारण बताओ नोटिस दिये तत्काल प्रभाव से बन्द करने के आदेष और अर्थदण्ड लगा दिया जाता है। अप्रदूषण उद्योगों जिनको अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की आवश्यकता नहीं है, उन उद्योगों में भी निरीक्षण कर उन्हें प्रतारित करने की सूचना आईआईए को प्राप्त हुई है। यदि अनापत्ति प्रमाण पत्र का नवीनीकरण करने में थोड़ी बहुत देर हो जाती है, तब भी उद्योगों को बन्द कर दिया जाता है तथा भारी पर्यावरण क्षतिपूर्तिआर आरोपित कर दिया जाता है।

सभी समस्याओं के समाधान में सहयोग के लिए आईआईए ने बताया कि दिल्ली एवं एनसीआर में जब तक लागू है, तब तक उद्योगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सप्लाई करवाने की कृपा करें, जिससे जेनरेटर सेट का उपयोग कम से कम करना पड़े और वायु प्रदूशण नियंत्रण में रहे। आगे बताया कि हमारी सरकार आज उद्योगों को 24 घंटे निर्वाध विद्युत आपूर्ति देने की बात करती है, अगर बिजली कटौती होती है तो उद्योगों जेनरेटर मजबूरी में चलाना पड़ता है, जबकि जेनरेटर की यूनिट ग्रीड की यूनिट से 3 से 4 गुणा महंगी पड़ती है। अगर जेनरेटर नहीं चलाया तो उत्पाद सहित मशीन खराब हो जाएगी। अगर ऐसे में बिना पूर्व सूचना के विद्युत आपूर्ति बाधित होती है, तो उस विद्युत कम्पनी के अधिकारी की भी जिम्मेदारी सुनिश्चित जाए। और साथ Air Quality Index 300 से ऊपर जाने पर उद्योगों को अपने जेनरेटर डिस्कनेक्ट करने और इन्डेक्स 300 से नीचे आने पर कनेक्ट करने की अनुमति प्रदान की जाए। उद्योगों में किसी भी विभाग द्वारा निरीक्षण के समय स्थानीय औद्योगिक संघो का एक प्रतिनिधि अवश्य शामिल किया जाये, जिससे उद्यमियों का अनावश्यक शोषण रोका जा सके। किसी भी उद्योग को बन्द करने का नोटिस देने से पूर्व एक सुनवाई का मौका व यथा उचित समय जर दिया जाना चाहिए, इससे Law of Natural Justice के सिद्धान्त का भी अनुपालन होगा। Air Quality Index स्थानीय स्तर पर भी मोनिटर किया जाये, जिससे घनी आबादी में विद्यमान Air Quality Index के आधार पर स्थानीय उद्योग बन्द न हो।

इस प्रैस काॅन्फैंस के दौरान आईआईए से मंडल चेयरमैन बी आर भाटी, चेयरमैन जेएस राणा, सचिव अमित शर्मा, कोषाध्यक्ष राकेश बंसल, विशारद गौतम, ज़ रहमान, मनोज सरधना, ज़मी आदि उपस्थित रहे।

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