ग्रेटर नोएडा में 3 साल बाद लगा भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का जमावड़ा, 19 देशों के 320 से अधिक प्रदर्शक मौजूद

तीन वर्षों बाद भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग उद्योग अपनी सोर्सिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए एक ही छत के नीचे अग्रणी टेक्नोलॉजी सप्लायर्स के साथ जुड़ने जा रहा है। 3000 से अधिक प्रोडक्ट्स और टेक्नोलॉजी के साथ 320 से अधिक कंपनियां अपने नए इनोवेशंस को प्रदर्शित करने और बाजार में मजबूती के साथ पैर जमाने के लिए इस ट्रेड शो में भाग ले रही हैं। यह प्रतिष्ठित आयोजन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को अपनी सप्लाई चेन को ऑप्टिमाइज करने और विस्तार देने के लिए एक बेहतरीन अवसर और आदर्श मंच प्रदान करता है।

भागीदारी बढ़ाने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता पर मेसे मुएनचेन इंडिया के सीईओ भूपिंदर सिंह ने कहा, “इस क्षेत्र में निवेश और अनंत ग्लोबल अवसरों का सबसे बेहतर लाभ उठाने के लिए देश में मजबूत सप्लाई चेन बनाना आवश्यक है। इस मामले में इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया जैसे ट्रेड फेयर महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रमुख घरेलू और ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को एक छत के नीचे लाकर हमारे ट्रेड फेयर भारत की बढ़ती इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन में विभिन्न हितधारकों में साझेदारी बनाने और व्यापार के नए अवसरों को अनलॉक करने में मदद करते हैं। हम हमारे शो में एकत्रित होने वाली पूरी ईएसडीएम (ESDM) बिरादरी के लिए और अधिक सफलता और मजबूत साझेदारी की कामना करते हैं।”

मेसे मुएनचेन इंडिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. मार्टिन लेचनर ने कहा, “भारत ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग परिदृश्य में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरा है। इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया पिछले कुछ वर्षों में भारतीय उद्योगों के करीबी भागीदार बन गए हैं। यह संस्करण अधिक रोमांचक होगा क्योंकि घरेलू मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां अधिक वैल्यू एडेड टेक्नोलॉजी और सॉल्युशन के तौर पर विस्तार पा रही है। इंडिया सेमीकंडक्टर कॉन्क्लेव के जरिये प्रेरक विचारों को साथ लाया जाएगा और हमें विश्वास है कि यह कॉन्क्लेव भारत के बढ़ते सेमीकंडक्टर उद्योग में महती योगदान प्रदान करेगा।”

इंडिया सेमीकंडक्टर कॉन्क्लेव

घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में मदद करने के उद्देश्य से इंडिया सेमीकंडक्टर कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। यह भारत के सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले इकोसिस्टम को सक्षम करने के उद्देश्य से ही विश्वसनीय और केंद्रित मंच के तौर पर इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया 2022 में लॉन्च किया गया था।

यह कॉन्क्लेव दो सम्मेलनों के माध्यम से सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले उद्योग से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श करता है: आईसीईए द्वारा डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के ट्रेंड्स पर कॉन्फ्रेंस और आईईएसए द्वारा इंडिया सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने पर कॉन्फ्रेंस।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने अपने ‘इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया’ पैविलियन और विभिन्न राज्य सरकारों, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ के साथ इस कॉन्क्लेव को अपना समर्थन दिया है।

डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग सम्मेलन के बारे में इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के अध्यक्ष पंकज मोहिंद्रू कहते हैं, “भारत ने स्मार्टफोन निर्माण में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है, और यह डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सही समय है। भारत में डिस्प्ले की मांग 2025 तक 20-25 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है। हम सही सप्लाई चेन इकोसिस्टम बनाकर इसका अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस वजह से हम इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया 2022 में डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग पर कॉन्फ्रेंस को पेश करते हुए खुश हैं। ये ट्रेड शो सभी हितधारकों और बाजार से जुड़ी प्रमुख कंपनियों को एक साथ लाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

सहायक कार्यक्रम

ट्रेड फेयर में ऑनलाइन मैचमेकिंग प्लेटफॉर्म एमएमआई मैच के माध्यम से प्रतिभागियों के लिए इंटरैक्टिव सेशंस और बायर-सेलर फोरम की एक चेन का आयोजन होगा। इसके पीछे विचार खरीदारों और विक्रेताओं के बीच की खाई को पाटना और उद्योग से जुड़े मौजूदा ट्रेंड्स को बारीकी से समझना-समझाना है।

मेसे मुएनचेन इंडिया को “शिफ्टिंग फ्रॉम असेंबली टू डीप मैन्युफैक्चरिंग – बिल्डिंग अ यूएसडी 300 बिलियन ईएसडीएम इंडस्ट्री” और “रोडमैप फॉर डेवलपिंग पीसीबी इको-सिस्टम इन इंडिया-वाइटल फॉर आत्मनिर्भर ईएसडीएम सेक्टर” विषय पर सीईओ फोरम आयोजित करने के लिए ईएलसीआईएनए के साथ रणनीतिक साझेदारी को जारी रखने की भी खुशी है।

इन ट्रेड शो के साथ अपनी साझेदारी पर जोर देते हुए इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ईएलसीआईएनए) के महासचिव राजू गोयल ने कहा, “यह बहुत अच्छा है कि इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया एक बड़े और बेहतर प्रदर्शन के साथ पूरी तरह वापस आ गए हैं। साल। हम सीईओ फोरम को लेकर उत्साहित हैं जहां हम कुछ बेहतरीन वक्ताओं और कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम के लिए डीप मैन्युफैक्चरिंग के अपने अनुभवों को साझा करने साथ लाएंगे। दूसरी ओर भारत पीसीबी टेक कॉन्फ्रेंस इस महत्वपूर्ण घटक को संबोधित करता है जो ईएसडीएम क्षेत्र को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में एक प्रमुख तत्व है। दोनों सम्मेलन चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों को संबोधित करेंगे, लेकिन हमारे पास वैल्यू एडेड मैन्युफैक्चरिंग में सफलता से जुड़ी कहानियां हैं और हम इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया 2022 में इन विचारों को साझा करने की उम्मीद कर रहे हैं।

को-लोकेटेड शो

एक छत के नीचे नए इनोवेशन और टेक्नोलॉजी और प्रदर्शकों, खरीदारों व आगंतुकों को आकर्षक अनुभव प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिका इंडिया, प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया मैटडिस्पेंस, आईपीसीए एक्सपो (इंडियन प्रिंटेड सर्किट एसोसिएशन एक्सपो) और स्मार्ट कार्ड एक्सपो के साथ को-लोकेटेड है।

बिज़्नेस यूनिट हेड -न्यू टेक्नॉलजीज़ तन्मय पॉल ने कहा, “महामारी के कारण दो साल का ब्रेक रहा। इसके बाद हम हम इलेक्ट्रॉनिका प्रोडक्टोनिका 2022 के साथ वापस आकर बेहद खुश हैं। घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम 19 देशों की 350 से अधिक कंपनियों की मेजबानी कर रहे हैं, ताकि उनकी अत्याधुनिक तकनीकों, इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट्स और मैन्युफैक्चरिंग फेसिलिटी को प्रदर्शित किया जा सके। हमारा विजन ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए भारतीय उद्योग के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रगति को सुलभ बनाना है। इस साल हम इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय की मेजबानी कर रहे हैं, जो टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट्स को प्रस्तुत कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य अपने-अपने राज्यों में नई टेक्नोलॉजी यूनिट्स की स्थापना के लिए दिए जाने वाले प्रोत्साहनों की बात करेंगे। इस साल हमने भागीदारी में 25% की वृद्धि देखी है और हम आने वाले वर्षों में इस ग्रोथ पाथ को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।”

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