गलगोटियास विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रोजैक्ट में बनाई इलैक्ट्रिक बाइक, जाने खूबियां

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (15/06/2022): दो पहिया वाहनों के बिना एक भारतीय ग्राम और भारतीय शहर की कल्पना करना भी असंभव है। लेकिन एक कड़वी सच्चाई ये भी है कि आज दुपहिया वाहनों से प्रदूषण भी बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। दोपहिया वाहन भी एक कार के समान ही CO2 का उत्सर्जन करते हैं। इस संदर्भ में इलैक्ट्रिक वाहनों का स्विच करना आज बहुत ही ज़रूरी हो गया है। जहां सरकार ईवी सब्सिडी कार्यक्रम लेकर आई है, वहीं फेम (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल) ने भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक-स्कूटर को अपनाने में मदद की

इसी समस्या को ध्यान में रखते हुये, गलगोटियास यूनिवर्सिटी के पॉलिटेक्निक विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के छात्रों ने कॉलेज प्रोजेक्ट के तहत एक इलेक्ट्रिक बाइक बनायी है, जो कि अपशिष्ट सामग्री का उपयोग करके मात्र 25000 रूपये की कीतम में बना कर तैयार की है। ये बाइक एक बार चार्ज होने पश्चात 50 किलोमीटर तक की दूरी बडी आसानी से तय कर लेती है।

विश्वविद्यालय के पॉलिटैक्निक स्कूल के डीन मोहित गहरवार ने अपने विद्यार्थियों को बँधाई देते हुए मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इलैक्ट्रिकल ब्रांच के २१ विद्यार्थियों की टीम ने दिन-रात मेहनत करके तीन माह में अपने इस प्रोजैक्ट को उच्चकोटि की गुणवत्ता के साथ पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए बहुत ही कम कीमत पर इसका निर्माण किया है। इसके लिये प्रोजेक्ट टीम के सभी विद्यार्थी और इलैक्ट्रिकल ब्राच के एच० ओ० डी० गौत्तम सिंह बँधाई के पात्र हैं। छात्रों की टीम के कोऑर्डिनेटर विक्की कुमार सिंह और प्रोजेक्ट गाइड गौत्तम सिंह ने इलैक्ट्रिकल बाइक के टैक्नीकल डाटा की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इसमें ८०० वॉट और ४८ डी० सी० वोल्ट की (बी० एल० डी० सी०) ब्रुश लैंस डायरेक्ट करंट मोटर लगायी गयी है। और मोटर को पॉवर देने के लिये १२ ए० एच०, ४८ वोल्ट एस एल ए टाईप बैट्री का उपयोग किया गया है। इसमें उन्होंने एक वाई-फाई माड्यूल चिप का प्रयोग किया है जिसकी सहायता से अपने मोबाइल से बॉइक को ऑन-ऑफ किया जा सकता है। यदि हम इसकी बैट्री के चार्जिंग की बात करें तो इसकी बैट्री ६ से ७ घंटे में फ़ुल चार्ज हो जाती है। और लगभग ४० से किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से ४० से ५० किलोमीटर तक का सफर आसानी से तय कर सकती है। पर्यावरण की सुरक्षा में तो इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है ही। उसके साथ-साथ माइलेज की दृष्टि से तो बहुत ही किफ़ायती है। मात्र ४५~५० पैसे प्रति किलोमीटर के लिये खर्च करने पडेंगे। प्रोजैक्ट टीम के इन सभी विद्यार्थियों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। उनके नाम इस प्रकार से हैं। ओजस्वी, हर्षित, आशुतोष, रविकान्त, मोनू, शशिकांत, वशु शर्मा, हर्ष दुबे, आदर्श, संजीव, कपिल, मो० नासिर, प्रदीप, राजन, यतेन्द्र, प्रवीण, अनुज, कृपा शंकर, विशाल मिश्रा।

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