यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा नियंत्रित करने के लिए सुझाव

alok singh

> आज दिनाँक १४/१२/१६ को एक्टिव सिटीजन टीम ने यमुना प्राधिकरण के सी०ई०ओ श्री अरुणवीर सिंह जी के नाम यमुना एक्सप्रेसवे पर गति नियंत्रित लिए कुछ सुझाव सौंपे है। नॉएडा में सरकारी कार्यक्रम आयोजित होने की वजह से मुलाकात संभव नहीं हो पाई लेकिन टीम के सदस्यो ने कहा की अगर इन सुझावों पर चर्चा हो और बेहतर तरीके से नियम का पालन करवाया जाय तो दुर्घटनाओ को रोक जा सकेगा। पूरे देश में अब एक दूसरे शहरो को एक्सप्रेसवे के माध्यम से जब जोड़ा जा रहा है तो ये हादसों का एक्सप्रेसवे न बने इसके लिए सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा।
> टीम के सदस्यों ने उम्मीद जताई है की इन सुझाव पर गौर किया जाएगा एवं टीम जिस भी प्रकार से सहयोग कर सकती है वो करेगी। आज सुझाव सौपने वालो में हरेन्द्र भाटी , आलोक सिंह ,जे० पी०एस रावत , सुनील प्रधान , राहुल भाटी ,प्रदीप भाटी उपस्थित रहे।
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> पत्र के मुख्य बिंदु :
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> यमुना एक्सप्रेसवे पर आये दिन दुर्घटनाएँ होती रहती है जिससे जान माल की काफी हानि होती है। दुर्घटना होने के कई कारणों में प्रमुख कारण वहां चालको द्वारा वाहन को अत्यधिक गति में चलाना भी शामिल है। तेज गति होने की वजह से ना केवल स्वयं बल्कि अन्य वाहन चालक भी चपेट में आ जाते है। इस विषय पर हमारे सुझाव आपको निम्न है :
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> १. यमुना एक्सप्रेसवे पर गति सीमा निर्धारित है। इस गति सीमा का पालन एक्सप्रेसवे के हर टोल बूथों पर टोल स्लिप पर "समय" डाल कर अमल में लाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अगर दो टोल बूथों के बीच की दूरी पचास किलोमीटर है और अधिकतम गति सीमा सौ किलोमीटर , तो न्यूनतम समय आधे घंटे का होता है। अगर कोई वाहन आधे घंटे से पहले दूसरे टोल बूथ पर पहुँच जाता है तो उस वाहन से वही पर भारी जुर्माना वसूला जाना चाहिए। इससे वाहन चालक भारी जुर्माने से बचने के लिए अपनी गति सीमा को नियंत्रण में रखेगा।
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> २. चालान काटने /जुर्माना राशि के लिए यातायात पुलिस द्वारा हर टोल बूथ पर मात्र एक पुलिस कर्मी की नियुक्ति से काम चल जाएगा। इससे यातायात पुलिस कर्मियों की कमी की समस्या का भी हल निकल सकेगा। तेज गति में वाहन चलाने वाला की भी तरह बच नहीं सकेगा।
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> ३ . टोल कंपनी द्वारा कंप्यूटर सिस्टम में बदलाव करके इस समय अंकन का कार्य किया जा सकता है।
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> ४ . टोल के शुरुवात में दोनों तरफ "टाइम बूथ "का निर्माण हो जिससे एक्सप्रेसवे पर आते ही उस वाहन का समय अंकित कर स्लिप दिया जा सके।
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> ५ . इस टाइम बूथ का उपयोग वाहन को चेक करने के लिए भी किया जा सकता है जिससे जो वाहनों को एक्सप्रेसवे पर चलने की अनुमति नहीं है वो उस जा पाए। इस बूथ पर वाहनो पर रिफ्लेक्टर इत्यादि लगा है या नहीं चेक किये जा सकते है।
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