टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (17/05/2022): राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) प्रदेश का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल बनने जा रहा है जहां इंक्यूबेशन सेंटर की शुरुआत होगी।
इंक्यूबेशन सेंटर में मेडिकल क्षेत्र से जुड़ी एंटरप्रिन्य्रोर्स अपने उत्पादों व तकनीकों को और विकसित कराने या उनके ट्रायल करने के लिए अस्पताल के संसाधनों का उपयोग करेंगे।
इसका मकसद मेडिकल क्षेत्र के प्रति नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना और मेडिकल सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाना है। मई में आखिर तक इस सेंटर की शुरुआत हो जाएगी।
स्टार्टअप इंडिया स्कीम के तहत भारत सरकार स्टार्टप को बढ़ावा दे रही है। इंक्यूबेशन सेंटर इन स्टार्टअप को तराशने का कार्य करती है। और उनके आइडिया को धरातल पर लाने के लिए संसाधनों को उपलब्ध कराती है। इसका मकसद यह है कि जिस आइडिया पर वह कार्य कर रहे हैं वह कितना सफल होगा या नहीं होगा या उसमें क्या संशोधन किया जाए जिससे कि अंतिम आउटपुट बाजार की जरूरत पर खड़ा उतरें । ऐसा ही इंक्यूबेशन सेंटर जिम्स में खुलने जा रहा है।
प्रदेश में किसी भी सरकारी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में अभी तक ऐसा सेंटर नहीं खुला है। इसकी शुरुआत मई के आखिरी तक हो जाएगी। इसको लेकर अस्पताल प्रशासन की तैयारी अंतिम चरण में है। इससे क्षेत्र के उन लोगों को काफी मदद मिलेगी जो मेडिकल से जुड़े स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं।
यमुना प्राधिकरण व ग्रेटर नोएडा प्राधिकर अपने क्षेत्र में मेडिकल हब को विकसित करने के लिए सेक्टर विकसित करने जा रहे हैं, जहां मेडिकल से जुड़ी इकाइयां शुरू होंगी।
जिम्स के इंक्यूबेशन सेंटर में सफल होने वाले स्टार्टअप को इन सेक्टरों में इकाइयां शुरू करने में काफी मदद मिलेगी।