उम्मीदों भरा नया साल: जानिए ग्रेटर नोएडा के गणमान्य नागरिकों की प्राधिकरण से क्या है उम्मीद

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (13/01/2022): यूँ तो ग्रेटर नोएडा जेवर एयरपोर्ट, फ़िल्म सिटी और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसे अनेकों वृहद विकास कार्यों के माध्यम से नित प्रतिदिन नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है परंतु इसके साथ-साथ इसके विकास के सबसे बड़े साथी औऱ सहयोगी, यानी यहाँ के निवासी इस शहर से जुड़े अपने सपनों को भी सच होते देखना चाहते हैं।

ग्रेटर नोएडा के गणमान्य व्यक्तियों ने टेन न्यूज़ के साथ विशेष बातचीत में यह साझा किया कि इस शहर के विकास की परिकल्पना को वो कैसे देखते हैं।

महिला शक्ति सामाजिक समिति अध्यक्ष व नन्हक फाउंडेशन फाउंडर प्रेसिडेंट साधना सिन्हा ने कहा कि मैं इस वर्ष ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से उम्मीद करती हूं कि अथारिटी सबसे पहले इस वर्ष शहर की हर उस सड़क की मरम्मत कराए जोकि बदहाल हालत में है। अधिकतर उन सड़कों पर ही दुबारा तिबारा काम होते रहते हैं जोकि वैसे ही सही है , पर जो सड़कें वाकई ही बहुत ख़राब हालत में उन में कोई भी सुधार नहीं किया जा रहा है। जैसे कि हर सेक्टर की गलियों की सड़कों की स्थिति काफी खराब हो रही है कृपया हर एक सेक्टर के 1-1 ब्लॉक को उठाया जाए और हर सड़क पर जहां भी टूट-फूट है उसको सही करवाया जाए ।

साथ ही साधना जी ने अनेको सेक्टर्स में खाली पड़े मकानों ओर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “हर एक सेक्टर में कई मकान तथाकथित कंप्लीशन के बने पड़े हैं! जिनको देखने वाला कोई नहीं है I अथॉरिटी इनके मालिकों को नोटिस क्यों नहीं देती ?? और यहां बहुत सारे लोगों ने अपने प्लॉट का छोटा सा हिस्सा बनाकर बंद करके छोड़ दिया है और उनमें झाड़ियां बढ़ती जा रही हैं l जिसके कारण उस गली या उसके आजू बाजू रहने वाले लोगों को उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है l अगर अथॉरिटी प्लॉट धारकों को नोटिस नहीं देती तो हर दो-तीन महीने पर अथॉरिटी यह जिम्मेवारी ले की सेक्टर की रिहायशी गलियों में जहां भी झाड़ झंकार उग रहे हैं उनकी साफ-सफाई करवाएं अन्यथा यह सुरक्षा एवं स्वास्थ्य दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है l कृपया इस पर विशेष तौर पर गौर किया जाए l ”

इसके साथ ही उन्होंने महिला सुरक्षा पर विशेष जोर कएने को कहा तथा अनुरोध किया कि बेघर महिलाओं के रहने के लिए शहर में एक आश्रय स्थल का निर्माण बेहद आवश्यक है। “महिला शक्ति सामाजिक समिति में काम करने के दौरान हमें आसपास कुछ महिलाएं ऐसी भी महिलाएं मिली है जिनके पास सिर छुपाने की जगह नहीं होती कृपया एक मात्री सदन की व्यवस्था हमारे ग्रेटर नोएडा शहर में करने की कृपा करें. इस वर्ष ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी इस पर जरूर ध्यान दें और इसकी व्यवस्था करवाइए,” उन्होंने कहा।

सोशल एक्टिविस्ट आलोक सिंह ने कहा कि क्योंकि यह नया साल है और शहर के नागरिक के रूप में हमें अथॉरिटी से उम्मीद है कि वह इस साल में परी चौक पर अंडरपास बनाएं जिससे जाम की समस्या से छुटकारा कील सके।

“जैसा कि ग्रेटर नोएडा एक बेहतरीन शहर के रूप में स्थापित हो चुका है। और जैसे-जैसे यहां उद्योग घरानों ने अपने जो उद्योग विक्रम।लगाने शुरू किए हैं। वैसे यहां पर लोगों का यहां पर आकर रहना शुरू कर दिया है। लेकिन जैसा कि देखा जाता है जब शहर की जनसंख्या बढ़ती है। तब कई समस्या भी उसके साथ आती हैं। जैसे कि इस समय हमें परी चौक पर अंडरपास की सबसे ज्यादा जरूरत है। क्योंकि परी चौक से अल्फा-1 से पी-3 तक जाम लगना शुरू हो गया है। आगे भविष्य में यह जाम भयंकर स्थिति उत्पन्न करें , इससे पहले परी चौक पर अंडरपास बनाया जाए,” आलोक सिंह ने कहा।

इंडस्ट्रियल एंट्रेपरेनुर्स एसोसिएशन के महासचिव संजीव शर्मा ने नव वर्ष पर टेन न्यूज के माध्यम से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से औद्योगिक क्षेत्रों में समस्याओं के अवगत कराते हुए कहा कि सबसे पहले तो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी को यह सुनिश्चित करना होगा कि जो बिल्डिंग किराए पर चल रही हैं ,उन को डिफरेंस मिलना चाहिए प्लांट अपार्टमेंट के अंदर। और जो छोटे उद्योग चलाने वाले व्यक्ति हैं , उन को भी प्लांट अलाॅटमेंट से डिफरेंस मिलना चाहिए। क्योंकि वह छोटे श्रमिक होते हैं। उन लोगों के पास इतना पैसा नहीं होता है कि अपनी फैक्ट्री खरीद सकें। इसलिए प्राधिकरण इस वर्ष जरूर इसका समाधान करें।

“और दूसरा यह है कि जो ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने one time Industrial pilot allotment की स्कीम निकाली है इससे छोटे उद्यमों के लिए बड़ी समस्या बन गया है क्योंकि उन के पास इतना पैसा नहीं होता कि वह एक बार में पूरा पैसा अथारिटी को दे सके। इसलिए अगर अथॉरिटी को पूरा पैसा एक बार चाहिए तो बैंकों के साथ मिलकर छोटे उद्यमों को लोन दिलाने की उचित व्यवस्था करें। ऐसा करने से अथारिटी को पूरा पैसा एक बार में मिलेगा , बैंकों के व्यवहार में वृद्धि होगी और छोटे उद्यमों को भी इससे सहुलियत होगी,” उन्होंने कहा।

साथ ही संजीव शर्मा का मानना है कि अथारिटी को हर एक औद्योगिक क्षेत्र में श्रमिकों के निवास स्थान बनाने चाहिए क्योंकि यहां पर बहुत श्रमिक अन्य राज्यों से आकर काम करते हैं । उन्होंने कहा, “रहने की उचित व्यवस्था न मिलने के कारण उनको मजबूर होकर पलायन करना पड़ता है । क्योंकि औधोगिक क्षेत्रों के आस पास बहुत कम निवासी स्थल है , और जो है वह काफी महंगें है ।इस वर्ष ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी से निवेदन की वह हर औधौगिक क्षेत्र में श्रमिकों के लिए निवास स्थान बनाएं।”

अब देखना यह हैं कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा निवासियों की उम्मीदों पर इस साल के अंत तक कितना खरा उतरता है।

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