ग्रेटर नॉएडा की सफाई व्यवस्था पर अब नागरिक भी रख सकेंगे नज़र, पढ़े प्राधिकरण की खास पहल

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के अंतर्गत आने वाले गांवों व सेक्टरों की स्वच्छता और पुख्ता करने के लिए प्राधिकरण ने बड़ा कदम उठाया है। प्राधिकरण अब डिजिटल तकनीक के सहारे सभी गांवों व सेक्टरों की साफ-सफाई पर नजर रखने लगा है। प्राधिकरण ने मैनुअल स्वीपिंग के तहत गांवों व सेक्टरों में लगे सफाईकर्मियों का फोटो व मोबाइल नंबर सहित ब्योरा अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। जोन टू से इसकी शुरुआत की गई है। वेबसाइट पर वन मैप ग्रेटर नोएडा का भी लिंक है। उस पर भी ब्योरा अपलोड कर दिया हैं। इस जोन के अंतर्गत आने वाले निवासी आसानी से जान सकेंगे कि उनके एरिया का सफाई कर्मी और सुपरवाइजर कौन है और अगर कहीं सफाई नहीं हुई है तो उसकी सूचना दे सकेंगे।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन 124 गांव और 80 से अधिक सेक्टर आते हैं। इन गांवों की साफ-सफाई का जिम्मा भी प्राधिकरण पर है। प्राधिकरण ने मैनुअल स्वीपिंग के लिए सेक्टरों व गांवों को मिलाकर चार जोन बनाए हैं। हर जोन के साफ-सफाई के लिए अलग-अलग एजेंसी चयनित की जाती है। इन एजेंसियों के कर्मचारी गांवों व सेक्टरों की साफ-सफाई ठीक से कर रहे हैं या नहीं, इसकी निगरानी के लिए प्राधिकरण ने डिजिटल तकनीक का सहारा लिया है। मसलन, सभी सफाई कर्मियों की फोटो, मोबाइल नंबर पर सहित पूरा ब्योरा तैयार कर उसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसकी शुरुआत जोन टू से की गई है। इन जोन के सभी सफाई कर्मियों व सुपरवाइजरों का ब्योरा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट (//www.greaternoidaauthority.in/) पर वन मैप ग्रेटर नोएडा में अपलोड है। निवासी उसे जब चाहें देख सकते हैं। वहीं, वन मैप पर ही जीपीएस के माध्यम से कूड़ा उठाने में लगे वाहनों पर भी नजर रखी जा रही है। व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम के जरिए वे किस समय, किस रूट से कहां गए, यह सब देखा जा सकता है। शेष जोन (एक, तीन व चार ) के कर्मचारियों का ब्योरा भी प्राधिकरण बहुत जल्द ब्योरा तैयार कर अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर देगा। इससे प्राधिकरण के अधिकारी ही नहीं, बल्कि ग्रेटर नोएडा के निवासी भी उन पर नजर रख सकेंगे। अगर किसी एरिया में साफ-सफाई नहीं हुई है या फिर कूड़ा नहीं उठा है तो उसकी शिकायत कर सकेंगे। सोमवार को प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग ने ग्रेटर नोएडा की आरडब्ल्यूए व फेडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूएज के प्रतिनिधियों के सामने इसका प्रस्तुतिकरण भी दिया है।

नरेंद्र भूषण, सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने कहा, “ग्रेटर नोएडा की पहचान ही स्वच्छता और ग्रीनरी है। इसे और बेहतर बनाने के लिए निगरानी की डिजिटल तकनीक को अपनाना जरूरी है। इससे प्राधिकरण की टीम के साथ ही सेक्टरवासी व ग्रामीण भी नजर रख सकेंगे। वेबसाइट पर मोबाइल नंबर व ब्योरा होने से निवासियों को अपने एरिया के सफाई कर्मी व सुपरवाइजर के बारे में जानकारी रहेगी। अगर कहीं सफाई नहीं हो रही है तो वे फोन पर शिकायत कर सकेंगे। गांव हो या सेक्टर, सभी जगह नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए। अगर कहीं लापरवाही दिखे तो इसकी सूचना जरूर दें।”

जोन टू के अंतर्गत आने वाले एरिया

जोन टू में आमका, बेगमपुर, भनौता, भोला रावल, देवला, धूम मानिकपुर, गुलिस्तानपुर, गुर्जरपुर, हबीबपुर, हल्दौनी, जौनसमाना, खेड़ी, खेड़ा चौगानपुर, खोदना कला, खोदना खुर्द, कैलाशपुर, कुलेसरा, लखनावली, मलकपुर, मुबारिकपुर, पल्ला, रूपवास, सादोपुर, सैनी, श्वराजपुर, सुनपुरा, सूरजपुर, सुथियाना, तिलपता, करनवास, तुस्याना, वैदपुरा और आसपास के एरिया शामिल हैं।

कॉल सेंटर व व्हाट्स एप पर भी दे सकते हैं सूचना

ग्रेटर नोएडा के निवासियों की सुविधा के लिए प्राधिकरण ने कॉल सेंटर भी चला रखा है। ये हेल्पलाइन नंबर 0120-2336046, 47 48 व 49 है। इस नंबर पर कॉल करके भी आप नागरिक सेवाओं से जुड़ी सूचनाएं दे सकते हैं। इसके अलावा मोबाइल नंबर 8800203912 पर व्हाट्स एप मैसेज भी कर सकते हैं।

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