ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शीघ्र ही तीन फुटओवर ब्रिज (एफओबी) बनाने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा के निवासियों की जरूरत को देखते ये तीनों फुटओवर ब्रिज कैलाश अस्पताल के सामने, गामा शॉपिंग सेंटर के सामने और कलेक्ट्रेट के सामने बनेंगे। इन फुटओवर ब्रिज को बीओटी (बिल्ड ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के आधार पर बनाने के लिए प्राधिकरण से टेंडर जारी हो गए हैं। इन जगहों पर पैदल सड़क पार करने वालों की संख्या अधिक है। ऐसे में फुटओवर ब्रिज बन जाने से उन लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी।
दरअसल, सूरजपुर-कासना रोड पर कलेक्ट्रेट के पास ही जिला कोर्ट, जीएसटी ऑफिस व पुलिस दफ्तर भी बना हुआ है। इन दफ्तरों को आने वाले फरियादी यहीं से सड़क पार करते हैं। इसी तरह गामा शॉपिंग सेंटर और कैलाश अस्पताल के सामने भी बड़ी तादात में लोग सूरजपुर-कासना रोड को पार करते हैं। उनकी परेशानी को दूर करने के लिए प्राधिकरण इन जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनवाने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण के निर्देश पर परियोजना विभाग ने इन एफओबी को बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिये हैं। सितंबर माह में ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने और अक्तूबर के प्रथम सप्ताह से काम शुरू करने की योजना है। इनको बनाने में नौ माह का समय लगने का अनुमान है। इन तीनों फुटओवर ब्रिजों को बनाने में पांच से छह करोड़ रुपये खर्च होने का आकलन है। ये फुटओवर ब्रिज बीओटी के आधार पर बनेंगे। इसलिए इनके निर्माण पर खर्च इन्हें बनाने वाली कंपनी ही वहन करेगी। इसके एवज में कंपनी को करीब 14 साल के लिए विज्ञापन का अधिकार दे दिया जाएगा, ताकि उसके निर्माण का खर्च भी निकल जाए। इन सभी फुटओवर ब्रिज में स्केलेटर या लिफ्ट की भी सुविधा होगी, जिससे बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं व बच्चों को एफओबी से सड़क पार करने में दिक्कत न हो।
परी चौक व चार मूर्ति चौक पर बाद में बनेंगे एफओबी
कलेक्ट्रेट, गामा शॉपिंग सेंटर व कैलाश अस्पताल के अलावा ग्रेटर नोएडा में दो एफओबी और बनने हैं। इनमें से एक परी चौक और दूसरा ग्रेटर नोएडा वेस्ट का चार मूर्ति चौक है, लेकिन ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए ये दोनों चौराहे री-डिजाइन किए जाने हैं। इसका सर्वे चल रहा है। इस वजह से इन दोनों जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाने से रोके गए हैं। जैसे ही इन दोनों चौराहों का डिजाइन फाइनल हो जाता है उसके बाद यहां भी फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे।