गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिरभोज जी की 1203वी जयंती *"मिहिरोत्सव"* को इस बार गुर्जर समाज के बुद्धिजीवी वर्ग ने विशेष अंदाज में युवाओ के मनाया, इस बार की थीम रही "ईच् वन टीच वन" जिसमे *गौतमबुद्धनगर जिले में दर्जनभर से ज्यादा जगहों(गाँव-साकीपुर,कचैडा, बम्बावड,किशनपुर,ग्रेटर नोएडा शहर,इंदिरागांधी कला केंद्र-नोएडा,ओमेक्स ग्रांड, दादरी,आदि )* पर युवाओ ने हर्षोल्लास के साथ मनाया,थींम के तहत युवाओं को शिक्षा,प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी,स्टार्टअप्स, उद्यमिता, कला,रोज़गार, व्यापार व खेल जगत से जुड़े विभिन्न पहलुओं की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई
सभी प्रोग्रामों में युवाओ के मार्गदर्शन व उनके शवालो के ज़वाब देने के लिए ऊपर दिए गए विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित समाज के अनुभवी एक्सपर्ट्स व बुद्धिजीवी उपस्थित रहें जिन्होंने मार्गदर्शन के साथ साथ युवाओ को गुर्जर समाज के समृद्धशाली इतिहास के बारे में भी बताया
,विशेषरूप से गुर्जर सम्राट मिहिरभोज महान जिन्हें *सत्य-सनातन वैदिकधर्म रक्षक* भी कहा गया है ,उनके जीवनचरित्र पर प्रकाश डाला गया
आजादी के बाद गुर्जर समाज लगातार अपनी प्रतिभा से देश का नाम रौशन करता आ रहा है *स्वतंत्रता संग्राम के अगवा मेरठ के धनसिंह कौतवाल,1971 के हीरो मेजर कुलदीप सिंह चाँदपुरी हों या बालाकोट एयरस्ट्राइक के हीरो राहुल बैसोया सहित लाखो वीरों ने देश के लिए आगे रहकर अपना फर्ज निभाया है ,खेल में अर्जुन अवार्ड व विश्व चैंपियन,कला में ऑस्कर अवार्ड सहित राजनीति,शिक्षा,योग व स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार देश को गर्वित होने के क्षण दिये हैं !*
गुर्जर समाज के ज़्यादातर संगठनो व बुद्धिजीवी वर्ग ने आज अपनी भावी युवा पीढ़ी को अपने राष्ट्र रक्षक इतिहास से रूबरू कराया व साथ ही साथ उनको देश व समाज के लिए कुछ कर गुज़रने के रास्ते पर चलने का मार्गदर्शन व आह्वान भी किया