गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के नवांगतुक छात्रों का अनुप्रवेशन कार्यक्रम के चौथे दिन की शुरुआत विपस्सना के कार्यक्रम से किया गया जिसका संचालन डॉ मनीष मेश्राम की देखरेख में किया गया।
तत्पश्चात आज फिर से श्री हिमांशु अरोरा के कार्यक्रम से किया गया। आज उन्होने ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियां छात्रों से करवाई जिसका सीधा सम्बंध कम्यूनिकेशन स्किल्स से था।
उसके बाद मननीय कुलपति प्रो भगवती प्रकाश शर्मा ने छात्रों तो सम्बोधित किया। उन्होने ने सर्वप्रथम छात्रों से आग्रह किया की अपनी आंखें 45 मिनटों के लिए बन्द करें और सोचिये की आप क्या बनना चाहते हैं। फिर उन्होने ने छात्रों से कहा की आप भारत की संस्कृतिक विरासत को समझें और उस स्वर्णिम इतिहास को दोबारा वापस लाना है और आप युवाओं को ही करना होगा। इसे समझाने के लिए नितेश अग्रवाल (ओयो रूम), किरण साव मजूमदार और भी कई सक्सेस स्टोरी सुनाई।
आज के दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता श्री गोपी कृष्ण बाली, जो वर्तमान में टीच इंडिया राष्ट्रीय प्रमुख हैं जो स्वयंसेवी प्रशिक्षण और सामग्री विकास और परियोजना के प्रमुख जिसका काम दिल्ली एनसीआर और उत्तरी राज्यों के शिक्षकों एवं छात्रों को प्रभावी ढंग से सिखाने के लिए टीआईएमईएस के शिक्षक समूह (टी 3 आई) को प्रशिक्षित भी करते हैं। वह मेंटरिंग, काउंसलिंग और सॉफ्ट-स्किल्स (रोजगार से संबंधित) के लिए कंटेंट और ट्रेनिंग प्रोग्राम विकसित करने का शौक रखता है और टीओआई में मास्टर टीचर ट्रेनर्स के लिए नियमित रूप से वर्कशॉप आयोजित करता है। उन्होने ने छात्रों को मानव मूल्यों एवं नैतिकता के महत्व और उसका छात्रों के जीवन में उपयोगिता और भविष्य में और क्या क्या फायदे हो सकते हैं उसपर विशेष प्रकाश दिया गया।
डॉ इन्दु गिरीश ने दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता का परिचय छात्रों से कराया और साथ मानव मूल्यों का बौधिक आधर के बारेमें बताया। इस सत्र का संचालन डॉ विभावरी और डॉ मंजरी सुमन ने किया।