गलगोटिया कॉलेज के छात्रों ने “डिजाइन ऑफ़ डरूप कंट्रोल बेस्ड रियल-टाईम बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम का किया आविष्कार

Greater Noida :  गलगोटिया कॉलेज  ऑफ़ इंजीनियरिंग एण्ड टैक्नोलाॅजी बीटैक (ईईई) ब्रांच के अंतिम वर्ष के छात्रों के द्वाराऔटोमडेट  डीसी ग्रिड के वास्तविक समय बैटरी प्रबंधन प्रणाली पर नियंत्रण करने के लिए “डिजाइन ऑफ़ डरूप कंट्रोल बेस्ड रियल-टाईम बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम का आविस्कार किया गया। इस प्रोजैक्ट का मुख्य कार्य  बैटरी का आवेश भविष्य के भार की आपूर्ति करने के लिए उर्जा (शेष-उर्जा) संग्रहित करना है।

 
यह परियोजना एक सोलर बैटरी आधारित स्वायत डीसी माइक्रोग्रिड के लिए एक बैटरी प्रबंधन प्रणाली प्रस्तुत करती है। जो ड्रोप नियंत्रण के लिए एक पैरामीटर के रूप में स्टेट ऑफ़ चार्ज (एसओसी) का उपयोग करके अनुकूली ड्राॅप कंट्रोल को नियोजित करती है। अगर किसी माइक्रोग्रिड में एक से अधिक बैटरीयाँ लगी है। और एक बैटरी खराब होने पर सप्लाई का पूरा भार दूसरी बैटरी पर हो जाता है। और प्रोजैक्ट को लगातार पूर्ण सप्लाई नही मिल पाती है। लेकिन इस प्रोजैक्ट के प्रयोग करने से डीसी माइक्रोग्रिड में ब्रेक डाउन और ओवर लोड नही होगा। माइक्रोग्रिड फेलियर नही होगा। वाॅलटेज हाई और लो नही होगें उसमें स्थिरता बनी रहेगी। डीसी माइक्रोग्रिड की पावर बैलेंस रहेगी। यदि सोलर पैनल के साथ बैटरी लगी हो तो धूप के ना होने पर भी पावर सप्लाई बनी रहेगी।

 

इसकी गुणवत्ता जाँचने के लिए छात्रों ने एक प्रोटोटाइप हार्डवेयर डिजाईन तैयार किया हैं। गलगोटिया काॅलिज की टीम ने यूनाइटेड स्टेट के बाल्टीमाॅर मैरीलैंड शहर में आयोजित प्रतियोगिता मेयराॅन ज़ुकर अंडर ग्रेजुएट स्टुडैंट डिजाईन 2019 में इस साॅफ्टवेयर को प्रस्तुत कर तकनीकि में दक्ष देशो की टीमों को हराते हुए प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार आइ,इइइ संयुक्त राज्य अमेरीका की परियोजनाओं के लिए आई,ईईई के सबसे बडे पुरस्कारों में से एक है। जिसमें सभी छात्रों और काॅलिज को प्रस्सति प्रत्र और नगद राशी यूएस0 1300 डाॅलर और ट्रैवलिंग अलाउंस आदि इनाम के रूप में दी जायेगी।

इस प्रोजैक्ट की सफलता में जहाँ विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही वहीं पर टीम के मेंटोर डाॅ कल्पना चैहान और डाॅ राजीव कुमार चैहान ने अपने अथक प्रयासों से इस प्रोजैक्ट को सफलता के उच्चतम शिखर पर पहुंचाया। भारत के लिए इस प्रकार का पहला पुरस्कार हैं। विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया ने बताया कि भारत सरकार की (स्किल इण्डिया) कौशल भारत कुशल भारत, मेक-इन इण्डिया जैसी परियोजनाओं से प्रोत्साहित होकर हम अपने विद्यार्थियों को उनके तकनीकि क्षेत्र में चहुँमुखी  विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

टीम की सफलता पर गलगोटियाज विश्वविद्यालय के सीईओ ध्रुव गलगोटिया ने छात्रों और मेंटर्स को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

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