गत दिनों मुंबई विश्व विद्यालय मुंबई के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में वरिष्ठ आई.ए.एस.अधिकारी राकेश मिश्र के तीन काव्य संकलनों ‘जिंदगी एक कण है’ , ‘चलते रहे रात भर ‘तथा ‘अटक गई नींद’ के द्वितीय संस्करण का लोकार्पण सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर बाएं से दाएं -काठमांडू से पधारीं डॉ.श्वेता दीप्ति, मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ.करुणाशंकर उपाध्याय, पं.रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ .केशरीलाल वर्मा , प्रख्यात आलोचक डॉ.सूर्यप्रसाद दीक्षित, जापान की विदुषी महिला डॉ.तोमोको किकुचि , प्रख्यात अभिनेता अखिलेंद्र मिश्र , कवि राकेश मिश्र तथा महाकवि जयशंकर प्रसाद फाउंडेशन के अध्यक्ष और जयशंकर प्रसाद के प्रपौत्र विजय शंकर प्रसाद। गौरतलब है कि मिश्र जी के तीनों काव्य-संकलन इतने लोकप्रिय हुए हैं कि केवल दो महीने के भीतर इनके दूसरे संस्करण का प्रकाशन हुआ।