नोएडा और ग्रेटर नोएडा ने यूएन ग्लोबल सस्टेनेबल सिटीज इनिशिएटिव 2025 में प्रतिभागिता के निमंत्रण को औपचारिक तौर पर स्वीकार कर लिया है। एसडीजी लैब, दावोस, स्विट्ज़रलैंड में यूएन महासचिव और इस प्रमुख वैश्विक प्रोग्राम में प्रतिभागिता कर रहे अन्य शहरों के प्रमुखों की उपस्थिति में स्वीकार्यता पत्र औपचारिक तौर पर यूएनजीएसआइआइ प्रमुख्य रोलैंड शेट्ज़ को सौंपकर इस ऐतिहासिक क्षण का उत्सव मनाया गया। इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति मिलने के बाद इस फैसले के बारे में गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने अवगत कराया।
दावोस, एसडीजी लैब में नोएडा व ग्रेटर नोएडा का प्रतिनिधित्व यूएनजीएसआइआइ के प्रिंसिपल एडवाइजर इंडिया डॉ शुभ्रो सेन यूएनजीएसआइआइ इंडिया के सीनियर एडवाइजर अजय दावेसर कर रहे थे।
दोनों शहरों उत्तर प्रदेश और कुल मिलाकर भारत के लिए हुई इस ऐतिहासिक पहल पर ख़ुशी जाहिर करते हुए यूएनजीएसआईआई के प्रिंसिपल एडवाइजर इंडिया डॉ शुभ्रो सेन ने कहा कि दोनों जुड़वाँ शहरों का पहले “यूनिवर्सिटी केटेगरी” में चयन होना एडवांस्ड तकनीक, बेहतरीन प्रैक्टिस व वैश्विक विशेषज्ञों का ज्ञान साझा करने, बेहतरीन कॉर्पोरेट पार्टनर मिलने और यूएन की विभिन्न एजेंसियों के साथ काम करने के वैश्विक प्लेटफॉर्म में शामिल किया जाना भारत के लिए गौरव का क्षण है। हम बेहद खुश हैं कि निमंत्रण पर विचार करने का समाप्त हो गया है और अब कुछ करने व उन वास्तविक परियोजनाओं पर आगे बढ़ने का समय आ गया है। जो प्रत्यक्ष तौर पर नोएडा व ग्रेटर नोएडा के निवासियों को लाभ पहुंचाएगा।
यूएनजीएसआईआई इंडिया के सीनियर एडवाइजर अजय दावेसर ने कहा कि यह उल्लेखनीय कदम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की दूरदर्शिता को दिखाता है। यह इन शहरों में किए जा रहे सकारात्मक कार्यों और वहां विकसित किए जा रहे बुनियादी ढाँचे का परिणाम है। हम इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय का आभार जताना चाहते हैं जिन्होंने शुरुआत से ही इस पहल को समर्थन दिया।