सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए किसानो को दिया जाएगा सोलर फोटोवोल्टेईक इर्रीगेशन पम्प के लिए अनुदान

सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए किसानो को दिया जाएगा सोलर फोटोवोल्टेईक इर्रीगेशन पम्प के लिए अनुदान
जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर बीएन सिंह ने जनपद के समस्त कृषको का आहवान करते हुये उन्हें जानकारी दी है कि सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कृषि विभाग द्वारा संचालित योजना के तहत कृषकों को सोलर फोटोवोल्टेईक इर्रीगेशन पम्प के लिए अनुदान दिया जायेगा, क्योकि प्रदेश में जहाॅ पर भी भू-गर्भ जल स्तर 10 मीटर से 70 मीटर गहराई तक है, वहाॅ पर सोलर फोटोवोल्टेईक इर्रीगेशन पम्प के सरफेस समरसेबुल पम्प तथा सबमर्सिबल पम्प अच्छी तरह कार्य करते है।
उन्होंने संचालित योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि उक्त योजना में ऐसे लघु एवं सीमान्त कृषकों को प्राथमिकता दी जायेगी, जिनके पास सिंचाई के लिए साधन न हो।उन्होंने बताया कि ऐसे कृषक संचालित योजना का लाभ उठा सकते है, जिनके पास 2 एचपी सरफेस के लिए 4 इंच की बोरिंग एवं 3 एचपी के लिए 6 इंच की बोरिंग की व्यवस्था हो एवं उनके द्वारा वर्तमान में डीजल पम्प सेट के माध्यम से सिंचाई की जा रही हो तथा सिंचाई के लिए उनके पास कोई स्त्रोत न हो और उनके स्थल विद्युत ग्रिड से 300 मीटर की दूरी पर स्थित हो। संचालित योजना का लाभ उठाने के लिए कृषकों को विभागीय पोर्टल www.upagriculture.com  पर जाकर अपना आॅन लाइन आवेदन करना होगा एवं पंजीकरण सूची में नाम देखकर ड्राफ्ट 15 नवम्बर से 10 दिसम्बर, 2018 तक अपलोड कराना सुनिश्चित करें। योजना में पंजीकृत लाभार्थियों का चयन प्रथम आवत प्रथम पावत के आधार पर किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने संचालित योजना के उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि सोलर पम्प की स्थापना से सिंचाई लागत को कम करके कम से कम लागत पर अधिक उत्पादन किया जा सकता है एवं उर्जा के स्त्रोतो कोयला, पेट्रोल, डीजल एवं विद्युत आदि की समस्या का समाधान किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सोलर पम्प की स्थापना पर्यावरण को स्वच्छ बनाये जाने में काफी मददगार साबित होगा एवं अत्यधिक विश्वसनीय एवं व्यवधान मुक्त सिंचाई संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे।
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