ग्रेटर नोएडा स्थित गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में एक यूनिवर्सिटी राउंड टेबल मीट आयोजित किया गया। जिसका नेतृत्व जीबीयू के कुलपति प्रोफेसर बी.पी. शर्मा द्वारा किया गया। डीन एकेडेमिक्स प्रोफेसर शेवता आनंद और डीन आईसीटी डॉ. इंदु अपरटी के साथ शामिल इंडसट्री के सभी प्रमुख लोग मनोज वाजपेयी, मुकुल वर्मा, राज कुमार, अरुण सक्सेस, पी.डी. उपाध्याय, जयंत पांडेय, ऋषभ गौतम, ब्रजेश मिश्रा, हेमंत कुमार वर्मा मौजूद रहे।
सम्मेलन के दौरान अगली पीढ़ी परिवहन प्रणाली के बारे में था। इसी उद्देश्य के लिए विश्वविद्यालय में कई अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम और अन्य पाठ्यक्रम शुरू किए जाने का इरादा किया गया था। यह एमबीए / एम टेक छात्रों समेत सभी पाठ्यक्रमों के छात्रों को अत्यधिक लाभ पहुंचाएगा और उन्हें उद्योग रेल के लिए तैयार करने और आवश्यक कौशल हासिल करने में मदद करेगा।
विश्वविद्यालय की ताकत और यहां उपलब्ध अवसरों और संसाधनों की तरह सम्मेलन के दौरान कुछ बेहद उपयोगी चर्चाएं सुनी गईं। चूंकि डीएमआरसी और एनएमआरसी तेजी से नोएडा और एनसीआर में विस्तार कर रहा है, आने वाली पीढ़ी के लिए कई नौकरी और अनुसंधान के अवसर होंगे। विश्वविद्यालय के विभिन्न वर्तमान और चल रहे पाठ्यक्रमों पर कार्यक्रम के समन्वयकों द्वारा उत्कृष्ट प्रस्तुतियां दी गईं। सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्यों को जीबीयू में मौजूद संसाधनों और भविष्य के विकास के दायरे को देखकर बहुत प्रभावित हुए। सम्मेलन एक महान सफलता और सभी सदस्यों के लिए एक सीखने का अनुभव होगा।
इस बैठक में विश्वविद्यालय में कई अनुसंधान केंद्रों और प्रयोगशालाओं को शुरू करने के उद्देश्य से एक उच्च नोट पर निष्कर्ष निकाला गया है जो इस उद्योग के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखता है। समन्वयक डॉ. राजेश मिश्रा और डॉ. विदुषी शर्मा के नेतृत्व में की गयी बैठक हाई स्पीड रेल /मेट्रो रेल विकास की दिशा मई एक महत्वपूर्ण कदम है।