राज्यपाल एवं कुलाधिपति राम नाईक द्वारा प्रो विनय कुमार पाठक को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि पुनः तीन वर्ष के कुलपति नियुक्त किया गया है| प्रो विनय कुमार पाठक के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए कुलाधिपति ने उन्हें पुनः तीन वर्षों के लिए विवि की कमान सौपी है| प्रो विनय कुमार पाठक ने 4 अगस्त, 2015 को विवि के कुलपति पद का दायित्व संभाला था, जिसके बाद विवि में 16 वर्षों से लंबित कार्यों को गति मिली| विवि के ग्रीन और क्लीन भव्य भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ| भवन का लोकार्पण प्रधान मंत्री जी के द्वारा किया गया था, 72 कर्मचारियों का विनियमतीकरण का कार्य हुआ| साथ ही साथ घटक एवं राजकीय संस्थानों में गुणवत्तापरक शिक्षकों की नियुक्ति की गयी| विवि ने शोध एवं नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए इन्क्युबेशन सेंटर्स स्थापित किए साथ ही साथ स्टार्टअप्स को भी गति मिली| विवि में प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया सम्पादित हुई| साथ ही दो नए संस्थान भी शुरू हुए| विवि की पूर्ण कार्य प्रणाली का डिजटलीकरण हुआ और फाइल ट्रेकिंग सिस्टम लागू किया गया| सभी पाठ्यक्रमों की पाठ्यचर्यायें अद्यतन की गयीं| रोजगार को बढ़ावा देने के लिए पूल कैम्पस प्लेसमेंट की व्यवस्था लागू की गयी| साथ ही साथ स्वरोजगार को गति प्रदान करने के लिए स्टार्टअप परिक्रमा जैसी योजनाओं का सफल कार्यान्वयन किया गया है, जिसमें पूर्वांचल एवं बुंदेलखंड के सुदूर के क्षेत्रों से 2000 से ज्यादा बिजनेश प्लान पटरी पर आएं| प्रो पाठक ने तीन वर्षों में विवि को सकारात्मक गति प्रदान करने के साथ ही साथ छात्र-शिक्षक उन्मुखी नीतियों को लागू किया|
आने वाले तीन वर्षों में नजर आयेंगे यह बदलाव
प्रो विनय कुमार पाठक ने तीन वर्ष के लिए पुनः नियुक्ति के उपरांत कोलैबरेटिव टीचिंग – लर्निंग को बढ़ावा देने के विजन से कार्य करने की बात कही है| उन्होंने ने कहा कि विदेश के विश्वविद्यालयों के साथ कोलैबरेटिव टीचिंग – लर्निंग को बढ़ावा देकर छात्र-छात्राओं को विश्वस्तरीय माहौल तकनीकी शिक्षा उपलब्धता के लिए कार्य करेंगे| इनोवेशन और स्टार्टअप के जरिए स्वरोजगार को बढ़ावा देने के कार्य में और तेजी लाई जाएगी| ऑनलाइन लर्निंग पर भी फोकस रहेगा| कौशल विकास और ट्रेनिंग प्लेसमेंट को बढ़ावा देना भी प्रतिबद्धता रहेगी|