महान क्रांतिकारी शहीद दरियाव सिंह नागर क ी मनाई गयी पुण्यतिथि


आज जुनेदपुर गाँव के शहीद दरियाव सिंह चौक पर 1857 ई. के मुख्य सूत्रधार शहीद दरियाव सिंह नागर की पुण्यतिथि मनाई गई।इस मौके पर उनके चित्र पर पुष्पर्पित किये व भंडारे का आयोजन किया गया।

दरियाव सिंह युवा समिति के सरंक्षक मुन्नीलाल भगत ने बताया कि आज के दिन 14 मई 1857 ई.को बुलंदशहर के काले आम पर महान क्रांतिकारी दरियाव सिंह नागर को फाँसी दी गयी थी।उनके साथ क्षेत्र के 4 और क्रांतिकारियों को फाँसी दी गयी थी। मुन्नीलाल भगत ने बताया कि दरियाव सिंह नागर बहुत ही वीर ,साहसी थे।उनकी वीरता का लोहा अंग्रेज भी मानते थे। 99 वर्षीय बुजुर्ग नत्थू सिंह ने बताया कि दरियाव सिंह से अंग्रेज बहुत डरते थे।एक बार दरियाव सिंह ने कुछ अंग्रेजो को बांधकर उनसे बैलो कि जगह हल चलवाया था तथा उन्हें बैलो के हंटर से पीटा था जिससे अंग्रेजों मे खलबली मच गई थी।उन्होंने बताया कि दरियाव सिंह ऊँचे जमीदार घराने से थे ।उनके पास लगभग 800 बीघा जमीन थी

इस दौरान ग्रामीणों ने जल्द ही विधायक धीरेन्द्र सिंह से मिलकर दनकौर-सिकंदराबाद मार्ग का नाम शहीद दरियाव सिंह नागर मार्ग रखने व उनके नाम पर एक पार्क के निर्माण करने की मांग करने को कहा।

इस दौरान समिति के अध्यक्ष सुनील नागर, दिनेश नागर, अरुण नागर,मोहित नागर,वीरेंद्र एडवोकेट, रमेश कुमार,सुन्दर सिंह,सुभाष, मन्नड सिंह,सुमित कुमार,सरदा महाशय,प्रेम प्रधान,सतीश नागर,आकाश,इंद्रजीत भगत, केशाराम नागर,राकेश नागर व सुनील,,जयबीर, कपिल,रोहित, मनोज फौजी, रणपाल,अनिल,नितिन आदि मौजूद रहे।

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