निवेशकों ने एक बार फिर ग्रेटर नोएडा प्राधि करण से लगाई गुहार

ग्रेटर नोएडा निवेशकों का गुस्सा लगातार और बढ़ता ही जा रहा है चाहे नोएडा प्राधिकरण को य फिर ग्रेटर नोएडा का हो , और समाधान की कोई आशा नजर नहीं आ रही है निवेशक दिन रात बिल्डरों , प्राधिकरणों के चक्कर लगाकर काफी परेशान हो चुके है और प्रदेश सरकार से भी गुहार लगा चुके है, पर अपनी गाडी कमाई डूबती नजर आ रही है। बुधवार को भी एक बार ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवेशकों का गुस्सा फिर फूट पड़ा। मंगलवार को निवेशक प्राधिकरण पहुंचे। उन्होंने फ्लैटों पर शीघ्र कब्जा दिलवाने की मांग पर जमकर हंगामा काटा। बवाल बढ़ता देख प्राधिकरण को मौके पर सूरजपुर कोतवाली की पुलिस बुलानी पड़ी। इससे निवेशक और भड़क गए। बाद में सीईओ अमित मोहन प्रसाद ने निवेशकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं के समाधान का वादा किया, तब जाकर वह शांत हुए।

नोएडा एक्सटेंशन फ्लैट आनर्स वेलफेयर एसोसिएशन (नेफोवा) के बैनर तले निवेशक प्राधिकरण पहुंचे। बिल्डर योजना देख रहे अधिकारियों और प्रबंधकों पर निवेशक भड़क गए। सीईओ अमित मोहन प्रसाद से निवेशकों ने मिलने का प्रयास किया, लेकिन बैठक के कारण सीईओ से मुलाकात में देरी हो गई। इससे निवेशकों ने सीईओ कार्यालय के बाहर हंगामा काटना शुरू कर दिया। बवाल बढ़ता देख पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस से मामला शांत नहीं हुआ तो सीईओ के साथ निवेशकों की बैठक कराई गई। निवेशकों ने आरोप लगाया कि बिल्डर समय पर फ्लैटों पर कब्जा नहीं दे रहे हैं। मनमाने तरीके से अतिरिक्त पैसा वसूला जा रहा है। पैसा न देने पर पुरानी बु¨कग रद की जा रही है। इस पर प्राधिकरण को रोक लगवानी चाहिए। यूनिटेक के निवेशकों ने कहा कि प्राधिकरण ने बिल्डर का 100 एकड़ का भूखंड रद कर दिया है। प्राधिकरण की कार्रवाई से पहले बिल्डर के यहां 352 निवेशक भूखंड बु¨कग करा चुके थे। प्राधिकरण को निवेशकों के भूखंडों के लिए 25 एकड़ जमीन देनी चाहिए। अमित मोहन प्रसाद सीईओ ने कहा कि इस प्रस्ताव को बोर्ड में ले जाया जाएगा, लेकिन मौजूदा दर पर ही जमीन का आवंटन होगा। सुपरटेक के निवेशकों ने फ्लैट की रजिस्ट्री न होने व आम्रपाली बिल्डर के प्रोजेक्ट के कंप्लीशन की जानकारी मांगी। सीईओ ने कहा कि प्राधिकरण की वेबसाइट पर जानकारी अपलोड कर दी गई है। निवेशक वेबसाइट से जानकारी कर सकते हैं। स्काई वाक बिल्डर के भागने के मामले में निवेशकों ने प्राधिकरण से कड़े कदम उठाकर कार्रवाई करने की मांग की, ताकि निवेशकों का पैसा न डूबे।

कंप्लीशन वाले प्रोजेक्टों में रजिस्ट्री शुरू कराने की मांग

निवेशकों ने कहा कि जिन बिल्डर प्रोजक्टों को प्राधिकरण कंप्लीशन दे चुका है, उनमें अविलंब फ्लैटों की रजिस्ट्री शुरू होनी चाहिए। बिल्डर फ्लैटों की रजिस्ट्री करने में आनाकानी कर रहे हैं। इससे निवेशकों को फ्लैटों पर मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है। सीईओ ने कहा कि बिल्डरों के साथ बैठक कर रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए जाएंगे। प्राधिकरण लगातार बिल्डरों के साथ बैठक कर फ्लैटों पर कब्जा देने के लिए दबाव बना रहा है। निवेशकों की समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान होगा। निवेशक परेशान न हो, उनका पैसा डूबने नहीं दिया जाएगा।

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