कारोबारी का उसके पुराने ड्राइवर ने ही किय ा अपहरण मांगी तीन करोड़ की फिरौती

ग्रेटर नोएडा के ग्रीन वुड सोसायटी से शुक्रवार की दोपहर एक कारोबारी का उसके पुराने ड्राइवर ने ही किया अपहरण मांगी तीन करोड़ रुपये की फिरौती । बेटे ने फोन पर ड्राइवर की आवाज पहचान ली और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने महज 12 घंटों में कारोबारी को बरामद कर लिया। तीन अपहरणकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार।मिली जानकारी के अनुसार मूल रूप से कृष्णा नगर दिल्ली के रहने वाले कारोबारी अशोक गुप्ता फिलहाल ग्रेटर नोएडा के ग्रीन वुड सोसायटी में परिवार के साथ रहते है । अशोक गुप्ता का पुराना ड्राइवर सनेश बुलंदशहर जिले के खगावली गांव का रहने वाला है। सनेश ने करीब दो महीने पहले नौकरी छोड़ दी थी और अपने पड़ोसी गांव शरीफपुर भैंसरावली के पवन को अशोक गुप्ता के यहां नौकरी पर रखवा दिया। पवन, सनेश के भाई का साला है।शुक्रवार की दोपहर करीब 12 बजे अशोक गुप्ता ने पवन को रामपुर मार्केट जाने के लिए कहा। पवन ने कोरोला कार निकाली और दोनों ग्रीन वुड सोसायटी से रामपुर मार्केट के लिए जा रहे थे । सोसायटी की सर्विस लेन पर दो लोगों ने इनकी कार रुकवाई और अशोक गुप्ता को बंधक बना लिया। अपहरण करने वाले युवक अशोक गुप्ता को लेकर पहले नोएडा के सेक्टर 93 पहुंचे। उसके बाद बुलंदशहर में सिकंदराबाद तहसील के गांव कोटा-सनोटा के जंगल में पहुंचे। अशोक गुप्ता को एक ईंख के खेत में बंधक बनाकर बैठा दिया।सनेश, अशोक गुप्ता के सामने नहीं आया। उसने अशोक के मोबाइल से उसके बेटे विपुल गुप्ता को फोन किया। बताया कि अशोक गुप्ता का अपहरण कर लिया है। तीन करोड़ रुपये फिरौती चाहिए। विपुल ने सनेश की आवाज पहचान ली। सनेश ने विपुल से कहा कि वह ड्राइवर पवन और कार को छोड़ रहे हैं। उसे ही फिरौती के रुपये देकर भेजना।विपुल ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को काॅल करके पूरी जानकारी दी। पुलिस ने आनन-फानन में अशोक गुप्ता, सनेश और पवन के मोबाइल नंबरों की डिटेल निकालीं। जिससे पता लगा कि सनेश और पवन आपस में बात कर रहे हैं। इन दोनों के नंबरों की लोकेशन और अशोक गुप्ता के नंबर की लोकेशन एक साथ आ रही हैं। पुलिस ने वापस लौटे पवन को पकड़ लिया। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो सारी घटना सामने आ गई।

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