माँयचा में होली पूजन का कार्यकम परंपरागत रूप मनाया जा रहा है

आज रंगोत्सव पर हमारे गाँव माँयचा में भी होली पूजन का कार्यकम परंपरागत रूप मनाया जा रहा है । गांव में बसंत पंचमी के दिन रखी गई होली, जिसका स्थान गाँव के एक प्राचीन मन्दिर पर बना हुआ है, गाँव की महिलाएँ आकर बड़े ही हर्षोल्लास व श्रद्धा से पूजा करती है । होलिका दहन के स्थान पर धूप-दीप जलाया जाता है व घर पर बने मिष्ठानों को जल के साथ देवताओं को अर्पण किया जाता है । चूंकि स्थान मंदिर का है तो मंदिर में प्रतिष्ठापित देवताओं को भी बड़े ही भाव से पूजा जाता है । शहरी क्षेत्रों में लुप्त हो रही परंपराओं को हमारे गांव मांयचा ने अभी भी संजो कर रखा है । प्रभु से प्रार्थना है कि वह इन परंपराओं को सदियों तक जीवित रखे । ये परंपराएं हमारी धरोहर हैं।
हरेन्द्र भाटी

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