ग्रामीण आँचलों की एक होनहार प्रतिभा ने कि या ग्रेटर नौएडा का नाम रोशन।

ग्रेटर नौएडा के सैक्टर डेल्टा-1में रह रहे और मूल रूप से जिला मेरठ के एक छोटे से गाँव कुंडा के रहने वाले अजय कसाना और उनके भाई गजेंद्र कसाना अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए उन्हें उच्च शिक्षा दिलाने के लिए आज से लगभग 18 वर्ष पहले ग्रेटर नोएडा में आये थे। जिन सपनों को संजोकर उनका परिवार ग्रेटर नोएडा आया था आज उनके एक होनहार बेटे हिमांशु कसा ना ने अपनी सच्ची लगन और कठिन परिश्रम से भारतीय नेवी के लैफ्टिनैंट के उच्च पद को प्राप्त करते हुए सिल्वर मैंडल प्राप्त किया है।चार साल के कठिन परिक्षण के बाद अपने पूरे बैच में गोल्ड, सिल्वर और ब्रांस पदक उस बैच की सबसे श्रेष्ठ प्रतिभावानों को ही दिए जाते हैं ग्रामीण अंचलों में जन्मी ये महान प्रतिभाएँ देश का गौरव हैं।

हिमांशु के दादा जी राजवीर सिंह और दादीजी सरला देवी कहते हैं कि आज हिमांशु ने हमारे पूरे परिवार का जो नाम रोशन किया है ये सब परमात्मा का शुभ आशीर्वाद है। हिमांशु की मम्मी इन्दु देवी और चाची जी नीता देवी कहती हैं कि हिमांशु बचपन से ही महान प्रतिभा का धनी रहा है ग्रेटर नोएडा के डीपीएस में वो 92% मार्क्स लेकर टॉपर रहा है। बहन अंशिका चौधरी भी इस समय ग्रे० नौ० डीपीएस की टॉपर हैं।भाई की तरह वो भी अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती हैं। वो भारतीय प्रसाशनिक सेवा में जाना चाहती हैं।

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