GREATER NOIDA WATER TABLE DOWN TO 65 FEET

सभी ग्रुप के सदस्यगण /ग्रेटर नोएडा के निवाशियो अभी हमारा शहर नया है इसमें विभिन्न राज्यो और शहरों से लोग आकर रह रहे है क्योकि यहाँ चोड़ी सड़के , सवच्छ वातावरण, और अच्छा ग्राउंड वाटर लेवल है , परंतु कुछ समय से यहाँ पर प्रकिर्तिक साधनो का दोहन प्राधिकरण की मिलीभगत से हो रहा है ,जगहा जगहा डेल्टा ,ओमिक्रोन ,अल्फा आदि में बिल्डर पेड़ो को काटने पर लगे है, दूसरी गंभीर समस्या पानी की है सन 2007 ग्रेटर नोएडा का वाटर लेवल 12 फिट था और आज लगभग 65 फिट है क्योकि जितने भी यहाँ बिल्डर आये उन्होंने बेसमेंट बनाने के लिए शुद्ध पानी को निकल कर नालो में भय जा रहा है NGT रोक के बावजूद भी ये खेल अभी भी चल रहा है जो शहर के लिए गंभीर समस्या बनने जा रहा है , क्योकि कल जब में एक गांव में गया तो वहा पर जब हेड पम्प चलाया तो वह नहीं चला उसकी गहरायी 65 फिट थी जब पड़ोस में पता किया तो पता चला की पिछले सप्ताह से सारे पम्प सूख गए है, जबकि बारिश में वाटर लेवल बढ़ना चाहिये था, और जब मेने बिल्डर का काम चलते हुए देखा तो वहा जाकर पाया की ATS dolce ZETA 1 में बिल्डर दुवारा भूमिगत पाइप डालकर शुद्ध पानी को बहाया जा रहा था, जिसकी फ़ोटो भी में डाल रहा हूँ जो पानी ओवर फ्लो होकर निकल रहा है । लगभग सभी बिल्डर इसी प्रकार से जल को नष्ठ कर रहे है ,क्या प्राधिकरण इससे बेखबर है? या ये सब प्राधिकरण की मिली भगत से हो रहा है? दोस्तों आप सबको इस मुद्दे पर सोचना होगा और इस पर विचार करना होगा । धन्यवाद दीपक भाटी (Advo) महासचिव गोल्डन फेडरेशन ऑफ़ R.W.A,s ग्रेटर नोएडा

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