मैक्स हॉस्पिटल वैशाली ने आयोजित किया “आर् थो वॉकथॉन”

लगातार बढ़ रही घुटने की बीमारी के प्रति और इसके सफल इलाज के बारे मे जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से मैक्स सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल वैशाली ने आज एक अनोखी "ऑर्थो वॉकथान" का आयोजन किया जिसमे घुटने के असहनीय दर्द से निजात पाए 100 से निजात पाए लोगो ने हिस्सा लिया। इस वॉक की शुरआत सुबह 8 बजे हॉस्पिटल के प्रांगण से हुई और सारे प्रतिभागियों ने 1 किलोमीटर की दूरी सफलतापूर्वक चलकर / दौड़कर पूरी की जिसमे हॉस्पिटल के डॉ बी एस मूर्ति समेत कई अन्य डॉक्टर्स और सहायक कर्मचारी ने अपना भरपूर योगदान दिया ।

इस वॉकथान के बाद मैक्स हेल्थकेयर समूह द्वारा एक विशेष और अत्याधुनिक "घुटने के क्लिनिक" की भी शुरआत की गयी जो की 4 अलग अलग तरह की चिकित्सा प्रदान करता है जिसमे की ऑर्थो स्पाइन , ऑर्थो ट्रामा, जॉइंट रिप्लेसमेंट, और स्पोर्ट्स इंजरी प्रमुख है । यह गाजियाबाद का घुटने का सबसे बड़ा अपनी तरह का पहला क्लिनिक और रिसर्च सेंटर होगा । यह महीने के हर दूसरे शनिवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच परिचालित होगा, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सीय परामर्श और दोनों घुटने का एक्सरे सितंबर तक केवल 500 रुपये मे प्रदान किया जाएगा।

ऑर्थो वॉकथान का उद्देश्य घुटने के रिप्लेसमेंट के लाभ को समझाने के साथ साथ रोगियों को यह भी अवगत करना था की भौतिक कार्यों का अभाव न केवल शारीरिक रूप से लोगों पर प्रभाव डालता है बल्कि विभिन्न रोगों की ओर भी ले जाता है। सही स्वास्थ्य प्राप्त करने के लिए जीवनशैली और आदतों की जांच की जानी चाहिए। सर्जरी के बाद घुटने के रोगो से छुटकारा पाए रोगियों ने घुटने के प्रतिस्थापन के बाद होने वाले फायदे के बारे मे अपने सुखद अनुभवों को लोगों के साथ साझा किया और अन्य लोगो को इसके बारे मे जागरूक किया।

इस वॉक के बाद मरीजों के साथ संवाद करते हुए, मैक्स हॉस्पिटल वैशाली के निदेशक और यूनिट हेड – ऑर्थोपेडिक और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के प्रमुख डॉ बी एस मूर्ति ने बताया कि "घुटने का रिप्लेसमेंट एक पूरी तरह से सुरक्षित और पीड़ारहित सर्जरी है जहां मरीज एक सप्ताह के समय में अपने सामान्य जीवन को फिर से शुरू कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य इस सर्जरी के सकारात्मक विचारों के बारे में जन स्तर तक जागरूकता पैदा करना है। घुटने के प्रतिस्थापन के बारे में लोगों के बीच थोड़ा सी आशंका और भ्रांतियां है जो हम निकालना चाहते हैं। एक अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता होने के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम नागरिकों को सही जानकारी दे और उनका मार्गदर्शन करे। उसी उद्देश्य से हमने हमारे द्वारा स्वस्थ किये गए 100 से अधिक रोगियों को आज आमंत्रित किया था, ये लोग घुटने के प्रतिस्थापन के बाद पूरी तरह से सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं और पहले से ज्यादा कही बेहतर अपने रोजमर्रा के काम कर रहे है ।

एक शोध के अनुसार, घुटने के प्रतिस्थापन वाले 90 प्रतिशत लोगों को बहुत कम दर्द है। इनमें से अधिकतर लोग दैनिक गतिविधियों को करने और सक्रिय रहने में पूरी तरह से सक्षम हैं यहाँ तक कि कई मामलों में, वे गोल्फ जैसी गतिविधियों को फिर से शुरू करने में सक्षम हैं ।

वॉकथान मे आयी एक गृहणी ने बताया कि घुटने के दर्द के कारण मेरा जीवन दुखमय हो गया था और मै कई काम नहीं कर पा रही थी, शौचालय तक चल के जाना भी बहुत दर्दनाक और चुनौती भरा था, मैंने घुटने के प्रतिस्थापन सर्जरी के बारे में बहुत कुछ सुना था, लेकिन मेरे बहुत सारे दोस्तों ने मुझे बताया कि सर्जरी जोखिम भरा है लेकिन मेरा दर्द असहनीय और नियंत्रण से परे था है इसलिए मैंने घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी की कराने का फैसला किया और मैक्स हॉस्पिटल वैशाली की अत्यधिक कुशल टीम से मुलाकात की। यह एक दर्द रहित सर्जरी थी और मैं सर्जरी के 5 दिनों के भीतर अपने सामान्य जीवन में गयी थी। मुझे सर्जरी करवाए 1 महीना हो गया है, मै अब पहले से अधिक ऊर्जावान महसूस कर रही हूँ । मैं लोगों को बताना चाहती हूँ कि ऐसी अफवाहों में विश्वास न करें और उसके बाद से मेरे तीन और दोस्तों से अपने घुटने कि सर्जरी कराई है और अब वो बी पूरी तरह से स्वस्थ है ।

मैक्स हेल्थकेयर के बारे मै

मैक्स हेल्थकेयर के उत्तर भारत में 14 केंद्र हैं और यह 30 से अधिक चिकित्सा विषयों में सेवाओं की पेशकश करता है। इसके 11 केंद्र दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित हैं और अन्य केंद्र मोहाली, बठिंडा और देहरादून में स्थित हैं। मैक्स नेटवर्क के तहत साकेत, पटपड़गंज, वैशाली , शालीमार बाग, मोहाली, बठिंडा और देहरादून में अत्याधुनिक टर्षीरी केयर हाॅस्पीटल और गुड़गांव, पीतमपुरा, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सेकंडरी केयर हाॅस्पीटल और पंचशील पार्क में एक ओपीडी सेवा और स्पेशलिटी सेंटर शामिल हैं। मैक्स हेल्थकेयर में 2300 से अधिक प्रमुख चिकित्सक और 10,000 कर्मचारी हैं और इसके 14 अस्पतालों के नेटवर्क में 80 से अधिक देशों के 22 लाख से अधिक रोगियों का इलाज किया गया है।

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