सरकारी अफसरों ने सीखे आईजीआरएस पोर्टल द्व ारा जन-शिकायत निस्तारण के तरीके, प्रभारी एसीओ शैलेन्द्र भाटिया रहे मास्टर ट्रेनर

गौतमबुद्धनगर 8 जुलाई, 2017

जिलाधिकरी बीएन सिंह के निर्देश पर सरकार के द्वारा जनता की शिकायतों एवं समस्याओं का समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के उद्देश्य से संचालित आईजीआरएस पोर्टल में गतिशीलता लाने के लिए कलैक्ट्रेट के सभागार में प्रशिक्षिण कार्याशाला का आयोजन अपर जिलाधिकारी वित्त घनश्याम सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमें पुलिस एवं प्राधिकरणों के अधिकारियों के अलावा समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा भाग लिया गया।
आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुये अपर जिलाधिकारी वित्त घनश्याम सिंह ने सभी अधिकारियों का आहवान करते हुये कहा कि जनता की समस्याओं एवं शिकायतों के त्वरित निस्तारण के सम्बन्ध में प्रदेश सरकार का यह बहुत ही महत्वपूर्ण पोर्टल है, जिसमें जनसामान्य के द्वारा ऑनलाईन शिकायतें दर्ज कराते हुये विभागीय अधिकारियों के माध्यम से उनका निस्तारण समयबद्धता के साथ करायें जाने के शासन के स्पष्ट निर्देश है। उन्होने कहा कि संचालित पोर्टल की समीक्षा शासन स्तर पर निरन्तर रूप से की जा रही है। अतः सभी अधिकारी इसके महत्व को समझे और समय पर जनता की शिकायतों निस्तारण कराये।
कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर के रूप यमुना प्राधिकरण के डीसीओ एवं प्रभारी एसीओ शैलेन्द्र भाटिया ने एलसीडी प्रोजेक्टर पर पावर पाइंट के माध्यम से तकनीकि प्रशिक्षण दिया। उन्होनंे बताया कि प्रत्येक कार्यालय में एक आजीआरएस सैल बनाया जाये जिसमें अधिकारी सहायक और कम्प्यूटर आपरेटर शामिल हो साथ ही प्राप्त होने वाली शिकायतों को व्यवस्थापित करने के लिये एक पंजिका भी बनायी जाये। उन्होनें बताया कि प्रत्येक दिन सुबह 9 बजे, दोपहर 1 बजे सायं 5 बजे आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त हो रही शिकायतों को देखकर डाउन लोड किया जाये तथा शिकायतों को गुणवत्ता पूर्वक ढंग से निस्तारित किया जाये। श्री भटिया ने पोर्टल का ऑनलाईन डिस्प्ले कराकर रैकिंग की प्रक्रिया को समझाया साथ ही यह भी बताया कि आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों डिफाल्ट होने की समय सीमा 15 शासन द्वारा कर दी गयी है। अतः सभी अधिकारी प्रत्येक दशा में कार्यवाही से बचने के लिये 15 दिनों के भीतर शिकायत का निस्तारण आवश्यक रूप से करें।
उन्होनें यह भी बताया कि यह भी सुनिश्चित किया जाये कि महीने के अन्त में किसी भी दशा में कोई भी शिकायत डिफाल्ट न होने पाये। उन्होनें बताया कि समय पर मार्किंग करने पर जनपद की रैकिंग में सुधार होगा तथा मूल्याकंन रिर्पोट में अधिक अंक प्राप्त होगें। श्री भाटिया ने यह भी कहा कि यदि किसी विभाग के पास दूसरे विभाग की शिकायत प्राप्त होती है तो उसे तत्काल वापिस कर दें इस पूरी प्रक्रिया में कोई कागज की आवश्यकता नहीं है यह पेपर लैस सिस्टम है और इसमें शिकायत का निस्तारण स्कैन कर पोर्टल पर अपलोड करना है।
प्रशिक्षण में उप जिलाधिकारी सदर अंजनी कुमार, दादरी अमित कुमार, जेवर राजपाल, अतिरिक्त मजिस्टेªट राजेश कुमार, जिला विकास अधिकारी डा राम आसरे तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों एवं उनके स्टाफ द्वारा भाग लिया गया-राकेश चौहान सूचनाधिकारी।

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