जेपी हॉस्पिटल में फिल्म ‘नाम शबाना’ की शू टिंग का समापन

  • फिल्म में विश्वस्तरीय हॉस्पिटल के सीन की मांग के अनुसार जेपी हॉस्पिटल का चयन किया गया
  • करीब दो सौ लोगों ने तीन दिन तक की फिल्म की शूटिंग

एन.सी.आर. में अग्रणी एवं उत्तर भारत में प्रमुख स्थान रखने वाले, नोएडा सेक्टर 128 स्थित मल्टी सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान जेपी हॉस्पिटल में आगामी हिंदी फिल्म ‘नाम शबाना’ की शूटिंग पूरी हुई। बालीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, अभिनेता पृथ्वी राज, अभिनेत्री तापसी पन्नु, निदेशक- शिवम नायर और प्रोड्यूसर- नीरज पांडे सहित करीब दो सौ लोगों की टीम ने तीन दिन तक फिल्म की शूटिंग की। जेपी हॉस्पिटल में शूटिंग के साथ ही फिल्म पूरी हो गई। शूटिंग के समापन के अवसर पर पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया।गौरतलब है कि फिल्म की कहानी के हिसाब से एक विश्वस्तरीय हॉस्पिटल में कुछ सीन को दर्शाना था। इसके लिए फिल्म के प्रोड्यूसरों ने कई हॉस्पिटल्स का मुआयना किया और अंत में जेपी हॉस्पिटल का चयन किया। शूटिंग से पहले फिल्म के प्रोड्यूसर नीरज पांडे ने स्वयं जेपी हॉस्पिटल आकर यहां की संरचनात्मक ढांचों एवं अन्य सुविधाओं की जांच की और विश्वस्तरीय सुविधाओं से संतुष्ट होने के बाद फिल्म की शूटिंग करने का निर्णय लिया।बता दें कि आगमी फिल्म ‘नाम शबाना’ अक्षय कुमार एवं तापसी की पिछली फिल्म बेबी से जुड़ी है जिसमें एक लड़की (तापसी पन्नु) के जासूस बनने की कहानी दिखाई गई है। इस फिल्म की शूटिंग के लिए 17 फरवरी को ही टीम मुंबई से जेपी हॉस्पिटल पहुंच गई थी। शूटिंग की शुरुआत 19 फरवरी से हुई और 21 फरवरी तक चली। इस दौरान फिल्मी कलाकारों को जेपी हॉस्पिटल के विशाल परिसर का कुछ हिस्सा शूटिंग के लिए दिया गया था। इस दौरान फिल्म की अधिकांश शूटिंग रविवार और देर रात को गई ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।पत्रकार सम्मेलन में ‘नाम शबाना’ की टीम ने जेपी हॉस्पिटल की व्यवस्था एवं सुविधाओं की जमकर सराहना की और यह भी कहा कि फिल्म की कहानी की मांग के अनुसार जिस तरह की लॉबी एवं लोकेशन्स की जरूरत थी वह जेपी हॉस्पिटल में उनको मिली। फिल्मी कलाकारों ने हॉस्पिटल के कर्मचारियों और अन्य सहयोगियों की भी तारीफ की।इस अवसर पर जेपी हॉस्पिटल के सी.ई.ओ. मनोज लूथरा ने कहा, “‘नाम शबाना’ टीम के साथ जुड़कर बहुत अच्छा लग रहा है। इसक फिल्म की शूटिंग के लिए भारत के अनेक हॉस्पिटल्स में से जेपी हॉस्पिटल के नाम का चयन किया जाना सम्मान का विषय है। वास्तव में जेपी समूह द्वारा जेपी हॉस्पिटल का निर्माण भारत में उचित मूल्य पर विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा की बढ़ती मांग को पूरा करने की प्रतिबद्धता के तहत किया गया है। अभी तक का हमारा प्रयास यह दर्शाता यह है कि हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।”उन्होंने यह भी कहा कि आशा है कि फिल्म ‘नाम शबाना’ जरूर लोगों को पसंद आएगी और यह अक्षय कुमार के जीवन की सबसे अच्छी फिल्म बनेगी।जेपी हॉस्पिटल के बारे में-

नोएडा स्थित जेपी हॉस्पिटल जेपी ग्रुप की एक प्रमुख ईकाई है। यह हॉस्पिटल 18 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। हॉस्पिटल की योजना और डिज़ाइन 1200 बेड्स से युक्त टर्शरी केयर स्पेशलिटी सुविधा के रूप में तैयार की गई है। प्रथम चरण में 525 बेड्स के साथ इसका सफल संचालन किया जा रहा है।

जेपी हॉस्पिटल अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं, नैदानिक सेवाओं एवं आधुनिक तकनीकों से युक्त सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल है, जो आम जनता की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करता है। हॉस्पिटल की योजना, डिज़ाइन एवं निर्माण कार्य इसे भारत के कुछ ही गोल्ड लीड प्रमाणित हॉस्पिटल इमारतों में शामिल करते हैं।

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