Farmers and Majdoors are remembered only during elections

By Jitender Parekh

औघोगिक क्षेत्र और मज़दूर / किसान की केवल चुनावी बातें होती है …. सब्ज़ बाग़ दिखाए जाते है …

औघोगिक मज़दूर के लिए ग्रेटर नोएडा / दादरी / यमुना कही भी — स्वास्थ्य के लिए Hospital न तो ESI .. न ही शिक्षा व्यवस्था .. न ही परिवहन और निवास की बात तो सपना है …. क्षेत्र मे मौलिक सुविधा और सेवाओं का अभाव है

किसानों के लिए न तो कृषि / पशुपालन / पशु चिकित्सा ….
skill development ..

अनेक विसंगतियाँ है ..

व्यवस्था और विकास का श्रेय किसान , जन साधारण , उधमी और निवासीयो की सार्थकता है ….. भगवान की कृपा भरोसा कारक और कारण है …..

Share