बरौला के कल्याण कुंज में चल रही भागवत कथा म ें झूमते श्रद्धालु।

बरौला के कल्याण कुंज में भागवत कथा का आज पांचवा दिन था। कथा में आचार्या मुकेश कृष्णम ने कथा में बताया कि जब आज नन्द जी को पता चला कि मेरे घर में लाला भयो है। तो नन्द जी की खुशी का ठिकाना नही रहा। पूरे ब्रज में समाचार पहुच गया कि नन्द जी के लाला भयो है। तो सभी ब्रजवासी सज धज के आये। और आज संसार में देखा जाता है। यदि पड़ोस में किसी के बेटा हो जाता है। तो दुसरे पडोसी को दुःख होने लगता है। जो की हमें नही होना चाहिए। पहली बात तो में ये कहना चाहूँगा। कि चाहे बेटा हो या बेटी और किसी के भी हो। हमें हमेशा खुश होना चाहिए। इंसानियत उसी में है। जब हम दुसरे के सुख में भी शामिल हो और दुःख में भी। और पुत्र पुत्री में हम फर्क ना समझे। आज दुष्टों का संहार करने के लिए भगवान् कृष्ण रूप में अवतरित होकर आये हैं। पूतना त्रडावर्त अघासुर वकासुर जैसे बहुत सारे राछस भगवान् को मारने के लिए आये लेकिन मेरे प्रभु ने सबका क्रमश उद्धार कर दिया। इसके बाद शंकर जी की कथा कालीदह लीला पवित्र चीरहरण गोवर्धन जैसी बहुत सारी कथाये है।और सभी देशवासियों को में यही सन्देश देना चाहूँगा की गोविन्द की कथा से जुड़े और भागवत कथा को उपदेश के रूप में न लेते हुए उपचार के रूप ले और भगवान् की कथा से हमे बहुत कुछ मिलता हैं। यही जीवन का सार है। तो भगवान् की कथा हम रसपान करें और अपने लोक व् परलोक को सार्थक बनायें।

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