आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में “इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में नवीनतम रुझान” पर एकेटीयू द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया। दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 4 देशों के 40 रिसर्च स्कॉलर एवं शिक्षकों ने 50 चयनित पेपर प्रस्तुत किए हैं। प्रतिष्ठित संस्थानों के 150 से अधिक शोध पत्रों में से 50 पेपर को प्रस्‍तुत करने के लिये चयनित किया गया ।आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग विभाग संकायों के मार्गदर्शन में किए गए विभिन्न शोधों पर अंतिम वर्ष के छात्रों द्वारा प्रस्तुत 11 को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

सम्मेलन के मुख्‍य वक्‍ता दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रो (डॉ) दिनेश कुमार विश्वकर्मा, ने मशीन लर्निंग और डेटा विज्ञान पर प्रमुख व्याख्यान प्रकाश डाला । उन्होंने मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग और भविष्य की संभावनाओं पर जोर दिया और बताया कि मशीन लर्निंग आईटी उद्योग के नए रुझानों को कैसे बदलता है। साथ ही कहा कि आईओटी में मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग पर भी ध्यान दें जिससे आने वाले दिनों में मशीन लर्निंग की मदद से इंसानों की उम्र सामान्य उम्र से ज्यादा होगी।

भारत के सौर ऊर्जा सोसायटी लिमिटेड के निदेशक प्रफुल्ल पाठक ने विशेष रूप से सौर ऊर्जा पर प्रौद्योगिकी के नए रुझानों पर अपने अनुभव को साझा किया।। उन्होंने बताया कि कैसे सौर ऊर्जा हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन को बदलती है और ऊर्जा का संरक्षण करती है। उन्होंने बाजार और उद्योग में इलेक्ट्रॉनिक और संचार इंजीनियरों के दायरे की व्याख्या की है। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर बाजार में विशेष रूप से तकनीकी में कहीं भी खोज कर सकते हैं।भविष्‍य में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स को अधिक अवसर मिलेगा।

आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के निदेशक प्रो (डॉ) के के सैनी ने प्रौद्योगिकी में नवीनतम रुझानों पर ध्यान केंद्रित किया । सम्मेलन की संयोजक डॉ सीमा नायक ने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में उभरती प्रौद्योगिकियों की भागीदारी के बारे में भी बताया।

सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न संकायों, शोधकर्ताओं और छात्रों का अपने विचारों और तकनीकी विशेषज्ञता एवं अनुभव का आदान-प्रदान करना है।

 

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