आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, ग्रेटर नॉएडा में नेशनल सेमिनार का आयोजन

महिला प्रोफेसर ने कॉलेज के रूम में लगाईं फांसी, इलाज के दौरान मौत

नॉलेज पार्क-3 स्थित आईआईएमटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में डिजटलाइजेशन एंड इनोवेशन इन फार्मा एंड हेल्थ सेक्टर विषय पर नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में विभिन्न विद्वानों ने अपने विचार रखे। मुख्य अतिथि पार्टनरशिप आफ एडलिफ्ट के वीपी डॉ रवि कुमार ने कहां कि अगर आप की सोच सकारात्मक है तो फार्मेसी, पारा-चिकित्सा आदि का क्षेत्र बहुत बडा है और इसमे असीम संभावनाये है। उन्होंने कहा कि अगर हम बाजार और ग्राहक के व्यवहार का सर्वेक्षण नहीं करेंगे तो फेल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अनियमित जीवनशैली ने कई नये रोग भी दिए हैं। ऐसे में इन रोगों से निपटने के लिए रिसर्च एवं नयी दवाओं की खोज की आवश्यकता है

पिलीएबल अकैडमी के निदेशक डॉ हिमांशु तलवार ने कहा कि भारत मे अभी भी लोग पूर्ण रूप से जागरूक नहीं हैं अतः स्वास्थ्य संबंधी जानकारियो को बताने का जिम्मा फार्मसिस्ट का हैं।उन्होने कहा कि फार्मासिस्ट, डाक्टर और मरीज के बीच की कडी है।

विज रिसर्च लैब के बिजनेस हेड गौरव गुप्ता ने कहा कि रोज नये नये अविष्कार हो रहे हैं। सरकार भी इस क्षेत्र में काफी सहयोग कर रही है। अगर आपके पास नयी सोच है तो आपकी राह में कोई भी बाधा नहीं आएगी।

आईआईएमटी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ मलिकार्जुन बी पी ने इस अवसर पैर कहा की हमें सभी रोगों की सस्ती दवाईयों को बनाने पर विशेष जोर देना चाहिए , जिससे आम लोगों को भी आसानी से इलाज मुहैया हो सके l अन्‍त में उन्होंने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ। जिसमें प्रथम पुरस्कार मुकेश एवं खुशबू तथा द्वितीय पुरस्कार स्वाति एवं मोहिनी और तृतीय पुरस्कार सुनीता एवं शिवानी की टीम को मिला।

आईआईएमटी कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ मलिकार्जुन बी पी ने इस अवसर पैर कहा की हमें सभी रोगों की सस्ती दवाईयों को बनाने पर विशेष जोर देना चाहिए , जिससे आम लोगों को भी आसानी से इलाज मुहैया हो सके l अन्‍त में उन्होंने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

 

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