विजय दशमी की शुभ कामनाएं from Shravan Kumar Sharma

विजय दशमी की शुभ कामनाएं.अपने व्यक्तिगत जीवन में आप विजयी हों .राष्ट्र सशक्त और विजयी हो .विजयी कौन होता है ?जो शक्तिवान होता है और अपने में विश्वास होता है .बल में; शरीर का बल भी शामिल है ,विचार की शक्ति भी सम्मिलित है और आत्मा का प्रकाश भी आप में होना चाहिये .धन बल पर हमारा आज अधिक बल है ,पर लक्ष्मी तो पुरु र्षार्थ अधीन है ,पुरूष अधीन नहीं है .राम का बल तो तपस्या और संयम का बल है , रावणी बल तो केवल प्राकृतिक बलो के दोहन पर आधारित है ,आत्म शक्ति के दोहन पर नहीं .विजय कोई भी स्थाई नहीं होती .शत्रु है तो जय है पराजय है .शत्रु तो है .,बाहर भी है और आभ्यांतरिक भी .जीतो .पर पहले तो लड़ो .भागो मत .
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